यहां पढ़ें पूरा मामला
दरअसल पारिवारिक सहमति से संयुक्त परिवार एक ही छत के नीचे लेकिन सहमति से बंटवारे के बीच रह रहे हैं। घरों में बंटवारे हो चुके हैं, ऐसे में बिजली का महंगा बिल आते ही उसका आपस में खर्च बांटने को लेकर अब घर-परिवारों में झगड़े बढ़ रहे हैं। लड़ाई इस बात पर हो रही है कि किसने कितने यूनिट बिजली यूज की है, तो बिल भी उसे ही ज्यादा चुकाना होगा।
केस 1
करना पड़ा बंटवारा
बिजली कंपनी ने बिल की राशि बढ़ा दी है। इसलिए बिल चुकाना मुश्किल हो चला है। इसके कारण हमने अपने मकान में बंटवारा करना पड़ा है। सभी भाई अपने-अपने हिस्से में रह रहे हैं। लेकिन फिर भी बिजली कंपनी नया कनेक्शन नहीं दे रही है।
केस 2
बिजली की खपत बढ़ी है। बिजली बिल ज्यादा आता है जिससे अब जेब पर बोझ बढ़ने लगा है। इसलिए परिवार संयुक्त है, अब आपसी सहमति से हमने अपना बिजली कनेक्शन नया लेने के लिए आवेदन किया, लेकिन अधिकारियों को बंटवारे का सहमति पत्र नहीं बल्कि, कानूनन किए गए बंटवारे की कॉपी चाहिए। ऐसे में नया कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है।
ये है नियम
घरेलू कनेक्शन एक परिसर में एक कनेक्शन दिए जाने का ही नियम है। यदि परिवार में हुए बंटवारे का कोई रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट होगा, तो ही अलग कनेक्शन दिया जा सकता है। एक दो कमरे के लिए ऐसे डॉक्यूमेंट्स मान्य नहीं हैं। इसलिए अलग से नया कनेक्शन नहीं दिया जाता।
– नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक, बिजली कंपनी शहर वृत्त
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