गली, मोहल्ले, चौराहे या पॉश कालोनी में रहने वाले लोगों में आवारा कुत्तों को लेकर दहशत बनी हुई है। इनके शिकार रोज एंटी रेबीज इंजेक्शन के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन कुत्ताें (एStreet Dogs) का भय कोचिंग और स्कूलों के स्टूडेंट्स में भी डर का माहौल है। आवारा कुत्तों का आंतक इस कदर है कि शुक्रवार को जेएएच में 50 से अधिक लोग रेबीज का इंजेक्शन (rabies injection) लगवाने पहुंचे। वहीं शहर के माधव कॉलेज, केआरजी, पदमा स्कूल, साइंस कॉलेज, एमएलबी कॉलेज, एलएनआईपी, जीवाजीराव स्कूल के बाहर आवारा कुत्तों का झुंड देखा गया।
इन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब कुत्ता पकड़ने की शिकायत निगम को की तो मदाखलत अमला मौके पर पहुंचा और कुत्ते को पकड़कर बिरला नगर स्थित पुल के नीचे बने केज में छोड़ा गया। हालांकि कुछ स्थानों पर डॉग लवर्स ने विरोध का प्रयास भी किया, लेकिन वह कुत्ते पकड़ने से नहीं रोक सके।
जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) परिसर और आसपास के एरिया में आवारा कुत्तों का झुंड देखा गया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब कभी निगम की टीम कुत्ते पकड़ने के लिए आती है तो डॉग लवर्स को देखते ही वह कुत्ते नहीं पकड़ते हैं। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने भी कुत्तों से खतरे की बात कही।
नई सड़क स्थित माधव कॉलेज के आसपास रहने वाले राजेंद्र सिंह, विनोद, आरिफ सहित अन्य ने बताया कि कुत्तों के आंतक से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार निगम में शिकायत की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं डॉग लवर्स यहां से कुत्ताें को नहीं पकड़ने देते। वहीं कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों ने बताया कि सड़क के साथ कॉलेज के परिसर में भी दिनभर कुत्ते घूमते रहते है, इससे डर लगता है।
केआरजी व शासकीय पदमा विद्यालय के बाहर भी हर दिन आवारा कुत्तों का झुंड घूमता रहता है। कई बार निगम के मदाखलत अमले व जिम्मेदार अफसरों से शिकायत की जा चुकी है। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। यहां हर दिन स्कूल व कॉलेज आने वाली छात्राओं में डर का महौल है।
एलएनआईपी परिसर और एलएनआईपी के बाहर भी हर दिन आवारा कुत्तों का झुंड देखा जा सकता है। यहां कभी कभी निगम के मदाखलत अमले की टीम इन्हें पकड़कर ले जाती है।
साइंस व एमएलबी कॉलेज के परिसर और कॉलेजों के बाहर भी काफी संख्या में आवारा कुत्तों का झुंड देखा जा सकता है। यहां आने वाले विद्यार्थी भी कई बार निगम अमले को शिकायत कर चुके है, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। वहीं हर दिन डॉग लवर्स भी कॉलेज के बाहर दिखाई देते है।
शुक्रवार को ग्वालियर के जेएएच, सिविल अस्पताल हजीरा, जिला अस्पताल मुरार में 100 से अधिक लोग रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। इसमें 50 से अधिक जेएएच में, जबकि हजीरा व मुरार के साथ निजी क्लीनिक पर भी लोग रैबिज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे।
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