आरोपियों ने एसटीएफ को बताया था कि किसानों से करीब 15 हजार लीटर दूध खरीदते हैं, उसमें केमिकल्स की मिलावट कर 25 हजार लीटर से ज्यादा दूध तैयार होता है। उसकी सप्लाई दूध की बड़ी कंपनियों में की जाती है। इन कंपनियों में दूध के फैट को परखा जाता है, बाकी शुद्धता को परखने के लिए उनके पास भी कोई पैमाना नहीं है।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक वनखण्डेश्वर डेयरी को दूध में मिलावट के लिए भारी मात्रा में केमिकल की सप्लाई अंबाह निवासी सोनू अग्रवाल करता था। डेयरी पर छापे का पता चलने पर सोनू अंडरग्राउंड हो गया है। अंबाह में उसके कई गोदामों पर खाद्य विभाग ने छापे मारे हैं। कार्रवाई में सोनू के गोदाम से करीब 1800 से ज्यादा बोरी माल्टोज ग्लूकोज, हजारों लीटर हाइड्रोजन पैराक्साइड, डिटर्जेंट सहित दूसरे केमिकल मिले हैं। सोनू के पकड़े जाने पर धंधे के बारे में कई और जानकारियां सामने आएंगी।