पुलिस भी हमारी सुनवाई नहीं करती बल्कि हर बार झूठी शिकायतों पर जांच के नाम पर वसूली करती है। पीडि़तों ने मांग की है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हो रही तो उसे परिवार के साथ खुदकुशी करने की अनुमति दी जाए। जानकारी के मुताबिक जैतपुर नरवर में रहने वाले जितेन्द्र शर्मा व उनकी पत्नी दीप्ती ने रोते हुए बताया कि उनकी गांव में 20 बीघा जमीन है। इसी जमीन से पूरा परिवार अपने घर का बड़ी मुश्कि ल से लालन-पालन कर पाते हंै।
जमीन पर तीन साल पूर्व पड़ौसी विनोद व उसके भाई बद्री प्रसाद शर्मा ने कब्जा कर लिया था। कब्जा तो जैसे-तैसे हटवा लिया, लेकिन उसके बाद से यह दोनों भाई परिवार के सदस्यों की कोई न कोई झूठी शिकायत कर देते हैं। हालात इतने खराब हंै कि इन लोगों ने उनकी 70 साल की बूढ़ी मां को भी नहीं छोड़ा और उसकी भी जमीन संबंधी झूठी शिकायत कर दी।
शिकायतों पर से जांच के नाम पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी उनसे जबरन वसूली करते है। जितेन्द्र ने बताया कि हमारी भाभी को जबरन बयान देने पुलिस थाने जाना पड़ता है, यहां पर पुलिसकर्मी उल्टे-सीधे तरीके से बात करते है।ऐसे में अगर उनके साथ न्याय नहीं हो सकता तो प्रशासन उसे परिवार के साथ खुदकुशी करने की अनुमति दे दे।स्कूल के मैदान के आसपास फैल रही गंदगी : शहर के नोहरी खुर्द में रहने वाले रामनिवास झा ने बताया कि पुराने शासकीय भवन के आसपास स्थित मैदान में पिछले काफी समय से वहां के लोग गंदगी फैला रहे है। साथ ही वहीं पर खुले में शौच की जा रही है।स्थिति इतनी खराब है कि पिछले कई सालों से वहां मौजूद कचरा दान से कचरा नहीं उठाया गया। इस गंदगी के कारण आए दिन यहां पर बीमारी तक फैल रही है।
रामनिवास ने बताया कि वह पूर्व में भी कई बार इस मामले की शिकायत कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। पूरे मामले में जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा ने नगर पालिका से अधिकारी को बुलाया तो जनसुनवाई में अधिकारी की जगह माली ही मौजूद था, बाद में नगर पालिका सीएमओ पटेरिया आए तो उन्हें तुरंत इस गंदगी को साफ कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि शहर भर में जहां गंदगी हो रही है, उसमें गंदगी फैलाने वालो पर जुर्माने की कार्रवाई करें।
छात्रवृत्ति दिलाने की मांग
शहर के नंबर एक उत्कृष्ट विद्यालय में पढऩे वाले दर्जनों छात्रों ने कलेक्टर जनसुनवाई में अधिकारियों के सामने शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें मई-जून में मिलने वाली मेधावी छात्रवृत्ति जो कि मई-जून में मिलना थी, वह अभी तक नहीं दी गई है। इसके अलावा लैपटॉप की राशि भी छात्र-छात्राओं को नहीं मिल पाई है। ऐसे में सभी छात्र-छात्राएं परेशान हैं और उनमें असंतोष की भावना है। पीडि़त छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से मांग की है कि उनकी छात्रवृत्ति तुरंत उनके खातों में डलवाई जाए।