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कोई सामने नहीं आया
पुलिस के मुताबिक नादान की हत्या हुई है। लेकिन उसकी किसी से क्या दुश्मनी रही है,पता नहीं चला है। उसकी पहचान के लिए सारे जतन किए हैं। लेकिन चार दिन बाद भी बच्चे की शिनाख्त के लिए कोई सामने नहीं आया है। आंशका है जघन्य घटना में बच्चे का कोई नजदीकी भी शामिल हो सकता है। तीन दिन तक बच्चे के शव को पहचान के इंतजार में सुरक्षित रखा गया था। अब उसे दफन किया जाएगा। फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. अखिलेश भार्गव का कहना है बच्चे के सिर में मुंदी चोट तो थी। लेकिन उसकी मौत कैसे हुई सही वजह पता नहीं चली है। इसलिए शव का बिसरा जांच के लिए भेजा गया है। डीएन के लिए उसकी दाड़ भी सुरक्षित रखी गई है।
यह है मामला
शुक्रवार सुबह यातायात नगर में बिजली घर के पास ढाई तीन साल के बच्चे की लाश काले रंगे के बैग में बंद मिली थी। हत्यारा बैग को दुकान के चबूतरे से टिका कर छोड़ गया था। लाश फेंकने के तरीके में पुलिस उलझी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है हत्यारा लाश फेंकने आते वक्त यहां किसी की नजर में आया है इसलिए हड़बड़ी में बैग को खुले में चबूतरे के पास छोडक़र भागा है। दिमाग खाली, कीड़ों ने कुतरा नादान की लाश और हत्या करने वाले की पहचान नहीं हुई है। पोस्टमार्टम के दौरान खुलासा हुआ है कि उसकी सिर की हड्डी में चोट है। लेकिन शरीर में पड़े कीड़े उसका दिमाग भी खा गए हैं।-जितेन्द्र तोमर बहोडापुर थाना टीआई