निगमायुक्त ने स्मार्ट सिटी, निगम व कंपनी के अफसरों से कहा कि प्रेस बिल्डिंग के जीर्णोद्धार व इंडस्ट्रियल म्यूजियम के निर्माण को तेजी से करें और जो भी डेट लाइन दी गई है उसमें हर हाल में काम पूरा करें। साथ ही ठेकेदार से कहा कि जिस हिस्से में कार्य पूरा हो चुका है उसे डस्ट फ्री करके म्यूजियम के रेनोवेशन कार्य करने वाली कंपनी को दिया जाए, ताकि म्यूजियम का कार्य भी समय सीमा में पूर्ण हो सके।
उन्होंने प्रेस बिल्डिंग की दूसरी मंजिल का निरीक्षण कर इस तल पर प्रस्तावित रेस्टोरेंट के लिए कार्य योजना बनाने और पुराने नगर निगम बिल्डिंग के जीर्णोद्धार कार्यों का निरीक्षण कर बिल्डिंग में जो भी कक्ष खाली रहना शेष रह गए हैं उन्हें निगम के साथ समन्वय कर तुरंत खाली कराए जाने के लिए कहा गया।
म्यूजियम के उन्नयीकरण का कार्य जल्द करें पूरा
डिजिटल म्यूजियम और प्लेनेटोरियम में किए जा रहे उन्नयीकरण के कार्यों का निरीक्षण करते हुए आयुक्त ने एआई तकनीक से बनी गैलरियों, जिसमें तानसेन होलोग्राम शो, रोटोस्कोप, आर्क म्यूरल व संगीत गैलरी में प्राचीन वाद्ययंत्रो की सुंदर तरीके से की गई स्थापना के कार्यों को देखा और उनकी सराहना की। इस दौरान उन्होंने प्लेनेटोरियम मे चलने वाला शो भी देखा और इसकी पिक्चर क्वालिटी को हाई-रिजुलेशन करने के साथ ही म्यूजियम के उन्नयीकरण के अंतिम शेष कार्यों को जल्द पूर्ण कर सैलानियों के लिए इसे खोलने के लिए कहा गया।
डिजिटल म्यूजियम में क्या है खास
ग्वालियर का इतिहास
प्रथम कक्ष में ग्वालियर के इतिहास से संबंधित जानकारी वीडियो वॉल के माध्यम से टूरिस्ट ले सकते हैं। ग्वालियर किला और वहां स्थित धरोहरों को छायाचित्रों के माध्यम से जीवंत रूप दिया गया है। जिसे देखकर टूरिस्ट मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
ग्वालियर की वास्तुकला
दूसरे कक्ष में छायाचित्रों के माध्यम से ग्वालियर की ऐतिहासिक इमारतों को दिखाया गया है। ये इमारतें ग्वालियर के अलग काल खंडों में बनाई गईं तथा इनकी स्थापत्य शैली में भिन्नता को दिखाती हैं।
संगीत कला
तीसरे कक्ष में ग्वालियर का संगीत से नाता दर्शाया गया है। संगीत की परिभाषा, उसके प्रकार, स्वर, ठाट, सरगम आदि को डिजिटल माध्यम से टूरिस्ट के साथ साझा किया जाता है। साथ ही ग्वालियर के मोतीमहल में सुप्रसिद्घ रागमाला का भी सजीव प्रतिबिंब छाया चित्रों के जरिए प्रदर्शित किया जाता है।