गायत्री के पेट में बच्चा है
पीडि़ता की बहन ने थाने में रिपोर्ट की है कि मैं अपनी ससुराल पीपरी थाना बरोही में रहती हू और मेरी छोटी बहन पिताजी के साथ गुढ़े का पुरा में रहती है। वह गूंगी बहरी है सिर्फ इशारों से बात करती है। 20 अप्रैल को मेरे चचेरे भाई की पत्नी यानि कि मेरी भाभी ने मुुझे फोन करके बताया कि तुम्हारी छोटी बहन को उल्टी हो रही हैं और उसका पेट भी बढ़ा हुआ है मुझे लगा कि गायत्री के पेट में बच्चा है।
पीडि़ता ने उनको पहचान लिया
तब मैं 22 अप्रैल को गुढ़े का पुरा आयी और अपनी बहन से इशारों में बात करके घटना के बारे में पूछा तो गायत्री ने इशारे से बताया कि दो महीने पहले रात साढ़े आठ बजे मैं भैंस बांधने गांव से बाहर गौंड़ा में गयी थी तो वहां तीन लडक़े आ गए और मेरा हाथ पकड़ा, खींचकर गौंड़ा में बनी झोपड़ी के पीछे ले गए फिर मुझे जमीन पर पटक कर मेरे साथ बारी बारी से बुरा काम किया। इशारे से बात की तो उसने तीनों आरोपियों के नाम कागज पर लिख कर बताए। बाद में उन लडक़ों के फोटो दिखाए तो पीडि़ता ने उनको पहचान लिया।
चचेरी बहन के देवर ने अपहरण कर किया बलात्कार
उधर मुरैना जिले के पोरसा थाना क्षेत्र के बड़ापुरा की एक किशोरी को उसकी चचेरी बहन का देवर शादी का झांसा देकर अपहरण कर खेरागढ़ उप्र ले गया वहां उसके साथ दुष्कृत्य किया। जब किशोरी ने शादी की कहा तो उसने मना कर दिया।पोरसा पुलिस ने किशोरी की रिपोर्ट पर आरोपी रविन्द्र परमार निवासी राजाखेड़ा उप्र के खिलाफ भादंसं की धारा 363, 366, 376, 506 व पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
रिपोर्ट की तो जान से मार दूंगा
पुलिस के अनुसार पीडि़ता की चचेरी बहन राजाखेड़ा में ब्याही है। उसका देवर रविन्द्र परमार 19 अप्रैल को बड़ा पुरा आया और किशोरी को बहला फुसला कर अपहरण कर ले गया। राजखेड़ा में उसके साथ दुष्कृत्य किया। 23 अप्रैल को उसको बड़ा पुरा छोड़ गया। जब आरोपी से पीडि़ता ने शादी की कही तो उसने शादी करने से इंकार कर दिया और धमकी दी कि अगर रिपोर्ट की तो जान से मार दूंगा।
उप्र ले गया और वापस भी छोड़ गया
खास बात यह है कि लॉक डाउन के चलते सीमाएं सील हैं, चारों तरफ नाकाबंदी है फिर भी आरोपी पीडि़ता को उप्र ले गया और वापस भी छोड़ गया। पुलिस की नाकाबंदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।