दिवाली के एक दिन पहले बुधवार को दोनों नन्हे शावकों को लोगों को देखने के लिए रखा गया था। बड़ी संख्या में आए लोगों ने इनका दीदार किया। इन शावकों को सफेद बाघिन मीरा ने 31 अगस्त और एक सितंबर की रात जन्म दिया था। इनमें से एक शावक सफेद और दूसरा पीला है। इनमें से सफेद शावक की गर्दन जन्मजात असमान्य थी, जो अब पूरी तरह ठीक हो चुकी है।
बच्चों से लिए जाएंगे नाम
चिड़ियाघर घूमने आने वाले बच्चे अब इन शावकों के नाम रख सकेंगे। यहां आने वाले बच्चों से इन दोनों शावकों के लिए नाम लिए जा रहे हैं। सभी नामों पर विचार करने के बाद इन दोनों शावकों के नाम रखे जा सकेंगे।
-शहरवासियों एवं बाहर से आने वाले पर्यटकों का इंतजार अब थमेगा। दो माह बाद नन्हे शावकों को एन्क्लोजर में निकाला जा रहा है। शुरुआत में अभी उन्हें केवल दो घंटे के लिए निकाला जाएगा। बढ़ती ठंड के साथ कुछ दिन बाद टाइमिंग बढ़ाई जाएगी।
-डॉ. उपेन्द्र यादव, चिड़ियाघर प्रभारी