सिटी बैंक घोटाले के मास्टरमाइंड की मौत
-गुरुग्राम में चर्चित 400 करोड़ रुपए से अधिक का था घोटाला
गुरुग्राम. गुरुग्राम के चर्चित 400 करोड़ रुपए से अधिक के सिटी बैंक घोटाले के मास्टरमाइंड शिवराजपुरी (46) की दिल्ली के एलआरएस टीबी अस्पताल में मौत हो गई। वह टीबी से ग्रस्त था। पिछले कई महीने से उसका इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह खेड़कीदौला थाना इलाके से संबंधित धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में 15 नवंबर 2020 से भोंडसी जेल में बंद था।
सिटी बैंक घोटाले के मास्टरमाइंड की मौत
डीएलएफ फेज-5 निवासी शिवराज पुरी ने सिटी बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर पद पर रहते हुए 400 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला किया था। मामला दिसंबर 2010 के दौरान सामने आया था। सबूतों और गवाहों के बयान के आधार पर निचली अदालत ने उसे सजा सुनाई थी। फैसले के खिलाफ उसने ऊपरी अदालत में चुनौती दे दी थी, जहां से उसे वर्ष 2018 के दौरान जमानत मिल गई थी। जमानत मिलने के बाद कुछ समय तक वह अदालत में समय पर पेश होता रहा। बाद में पेश होना बंद कर दिया। उसे फरार घोषित कर दिया गया था।
गोल्फ खेलने के दौरान भी की धोखाधड़ी
जमानत पर बाहर आने के बाद भी उसने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की थी। सेक्टर-80 स्थित कर्मालेक लैंड में शिवकुमार नाम से वह गोल्फ खेलने के लिए जाता था। धीरे-धीरे वह वहां कोच बन गया था। उसकी जान-पहचान गोल्फ खेलने वाले कई लोगों से हो गई थी। वह सभी को कहता था कि उसके पिता रघुराज एक कंपनी चलाते हैं। वे लोग पैसे लगाएं तो उन्हें 10 प्रतिशत प्रति माह ब्याज दिया जाएगा। फिर कहा था कि शेयर में पैसा लगाने पर अच्छी आमदनी होगी। इसके लिए उसने डीमेट एकाउंट खोला था। इसके बाद उसने कई लोगों से लाखों रुपए खाते में जमा करा लिए थे। फिर लोगों को लगा कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। जब खेड़कीदौला थाना पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि शिवकुमार का असली नाम शिवराजपुरी है। यह वही शिवराज पुरी है, जिसने कई साल पहले सिटी बैंक में घोटाला किया था।
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