बता दें कि शर्मसार कर देने वाले
मध्यप्रदेश के इस मामले में अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि फरियादी और आरोपियों के बीच किस बात को लेकर दुश्मनी थी। फतेहगढ़ से फरियादी को राजस्थान ले गए, जहां पेड़ से बांधकर घटना को अंजाम दिया है। संभावना ये है कि देर रात को आरोपियों के खिलाफ फतेहगढ़ पुलिस थाने में मुकदमा कायम हो सकता है।
यहां पढ़ें पूरा मामला
कैंट थाना पानी की टंकी मावन निवासी पीड़ित महेन्द्र सिंह पुत्र फूल सिंह बंजारा के अनुसार वह गांव-गांव, खेतों में घूरा फेंकने का काम करता है। गत दिवस आवेदक को सेन बोर्ड चौराहे के पास, पेट्रोल पंप से सोदान पुत्र गुलाब सिंह, गुमान सिंह पुत्र बालूराम, ओमकार पुत्र गिरधारी सहित एक दर्जन के करीब लोगों ने घेरकर पकड़ लिया और जबर्दस्ती उसे उठाकर ले गए। ये भी पढ़ें : Atithi Shikshak MP: अतिथि शिक्षकों के लिए नई गाइड लाइन जारी, नए सत्र में ये टीचर्स हुए ब्लैक लिस्टेड इन रिश्तेदारों ने किया किडनेप
इस दौरान बदन पुत्र गुलाब, छोटू पुत्र धर्म बंजारा, रमेश पुत्र बालूराम, जगदीश, तोफान पुत्र बालूराम, प्रेम बंजारा पुत्र गुलाब सिंह बंजारा, गेंदा पुत्र बाहू सिंह, कालूराम बंजारा, गुलाब एवं मथरीबाई आदि ने उसके साथ राजस्थान ले जाकर जमकर मारपीट की। इस दौरान आरोपीगणों ने अमानवीयता और बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए मुझे पेड़ से बांधा और पेशाब पिलाई, फिर उसके बाद मुंडन कराया और जूतों की माला और घाघरा पहनाकर मुंह काला कर गांव में घुमाया।
इस दौरान उसे पेड़ से बांध कर कपड़े उतारने के बाद जमकर मारपीट और कई असहनीय अत्याचार किए। पुलिस को दिए आवेदन में फरियादी ने बताया कि वह अब शर्मसार हो गया है। ऐसी स्थिति में उक्त लोगों के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं हुई तो उसके जीवित रहने का कोई औचित्य नहीं है। अब उसके पास आत्महत्या करने के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
गुना में सामने आई बर्रबरता और अमानवीयता की इस घटना पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश की बीजेपी सरकार की प्रदेश में कानी सवाल उठाए हैं। जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि बंजारा समुदाय के एक युवक के साथ अमानवीयता का मामला सामने आ गया। जीतू पटवारी ने एमपी सीएम को हैश टैग करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा।