scriptपत्रिका सरोकार : 8 वर्षों से अटका हुआ है गुना-विदिशा रेल मार्ग परियोजना का काम | Guna-Vidisha rail route project work is stuck for 8 years | Patrika News
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पत्रिका सरोकार : 8 वर्षों से अटका हुआ है गुना-विदिशा रेल मार्ग परियोजना का काम

वर्ष 2013-2014 में रेल लाइन परियोजना का प्रस्ताव पारित भी हुआ और सर्वे भी754 करोड है परियोजना की लागत, 120 किमी लंबे मार्ग में बिछनी है लाइनरेल लाइन बिछने से दो जिलों के हजारों यात्रियों का आवागमन होगा सुगम, पैदा होंगे रोजगार के नए अवसर

गुनाFeb 13, 2022 / 12:31 pm

Narendra Kushwah

पत्रिका सरोकार : 8 वर्षों से अटका हुआ है गुना-विदिशा रेल मार्ग परियोजना का काम

पत्रिका सरोकार : 8 वर्षों से अटका हुआ है गुना-विदिशा रेल मार्ग परियोजना का काम

गुना. गुना-आरोन सिरोंज बासोदा विदिशा रेल मार्ग परियोजना का काम पिछले आठ सालों से अटका पड़ा है। जिससे हजारों यात्रियों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही रोजगार के साधन भी घटे हैं। यदि इस परियोजना का काम शुरू होता है तो लाखों लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों में फायदा होगा।
यहां बता दें कि जनहित से जुड़े इस अहम मुद्दे को यात्री सेवा संगठन मप्र एवं रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्य सुनील आचार्य ने उठाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उक्त परियोजना को पूर्ण कराने की मांग की है। पत्र में बताया है कि वर्ष 2013-2014 में उक्त रेल लाइन परियोजना का प्रस्ताव पारित किया गया था। यही नहीं लागत मार्ग का पूर्ण सर्वे भी कर लिया गया था। लेकिन 8 वर्ष बाद भी उक्त लाइन का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। तकनीकी जानकार बताते हैं कि जिस मार्ग पर यह काम होना है, वहां ज्यादा पुल-पुलिया भी नहीं बनना है, इसलिए काम में न तो अतिरिक्त समय लगेगा और न ही लागत।

इसलिए जरूरी है यह परियोजना
यह रेल परियोजना आम जनता के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। यह रेल मार्ग क्षेत्र के आरोन-सिरोंज जैसे कृषि उपज बाहुल्य क्षेत्रों को देश के प्रमुख नगरों को जोड़ता है। ऐसे में परियोजना का काम होने से क्षेत्र की आर्थिक एवं व्यापारिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा।
मार्ग के अभाव में 276 किमी लंबा फेर लगाना पड़ रहा
जानकारी के अनुसार वर्तमान में गुना-बीना गंजबासौदा विदिशा की कुल दूरी 257 किमी है। जबकि प्रस्तावित रेल मार्ग से यह दूरी 120 किमी है। ऐसे में इस मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों के किराए और समय की बचत होगी। साथ ही इस मार्ग के रहवासियों का रोजगार आदि में विकास होगा। प्रस्तावित रेल मार्ग में बीसभुजी देवी मंदिर महामाई मंदिर प्रसिद्ध जैन तीर्थ नसियां जी और प्रसिद्ध मंडी गंजबासोदा की आती है। अत: इस क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र में प्रगति होगी। इस तरह जनता के हितों को देखते हुए रेल परियोजना काम जल्द शुरू होना बेहद आवश्यक है।

ग्रामीण ने यह बताया
परियोजना अंतर्गत आने वाले आरोन और उनके नजदीक के कस्बों में रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी लोग वर्ष 2000 से उक्त लाइन की मांग करते आ रहे हैं। जिसे लेकर हमने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया, जूलुस निकाला और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संबंधित रेल अधिकारियों को भी पत्र डाला परन्तु केवल आश्वासन भरा पत्र मिलता आ रहा है लेकिन रेल लाइन नही मिल पा रही है।

दूरी कम होगी, रोजगार के नए आयाम खुलेंगे
गुना आरोन सिरोंज विदिशा रेल लाइन डालने से कई तरह के लाभ होंगे। 8 वर्ष पहले किए गए रेल सर्वे के अनुसार उक्त मार्ग से रेल लाइन डलने से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की दूरी और समय व किराया बहुत कम हो जाएगा। जो आज की आपाधायी जिंदगी के लिए बहुत आवश्यक है। कम खर्च, कम समय, जिन शहरों कस्बो से उक्त लाइन गुजरेगी उन शहर कस्बों के लोगों का रहन सहन में परिवर्तन होगा। उन्हें रोजगार के नए-नए आयाम खुलेंगे। जिससे आत्म निर्भर जैसी व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उक्त क्षेत्र पिछडा इलाका है आज बसों के भारी भरकम किराए के डर से जरूरतमंद यात्री भी आने जाने में कतराता है। जैसे मजदूर वर्ग यदि पास के शहरों में मजदूरी करने का मन बनाए तो वह रेल द्बारा कम समय और कम किराए में वह बड़े शहरो में मजदूरी करने जा सकता है।

हाट बाजारों को भी होगा फायदा
उक्त रेल लाइन डलने से छोटे-बड़े व्यापारी को भी लाभ होगा। शहरों, कस्बों में आज भी हाट बाजार सप्ताहिक लगता है। जहां अधिक किराए खर्च के कारण वह नही पहुंच पाता। उक्त लाइन से रेल चलने से उसे सुलभ और सुविधा होगी, जो आत्म निर्भर जैसी योजना को संबल देगी। वहीं नवयुवकों को रोजगार के आयाम खुलेंगे, जैसे टैक्सी, दुकान रेस्टोरेन्ट आदि।

चिकित्सा के क्षेत्र में :
अभी शहर और छोटे कस्बो में अच्छे इलाज न मिलने से लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है। उन्हें आने जाने की सुविधा न होने से एक अच्छे डॉक्टर व अस्पताल में इलाज नही करा पाते। उक्त मार्ग से रेल लाइन डलने से क्षेत्र वासियो को भोपाल, विदिशा जैसे अस्पतालों में अपना सफल इलाज करा सकेंगे।

शिक्षा के क्षेत्र में :
वर्तमान में उक्त कस्बो छोटे शहरो में पढने बाले छात्रों को वह अच्छी सुविधाएं नही मिल पाती हैं। जिस कारण वह पढाई में पिछड़ जाता है और अपनी मंजिल तक नही पहुंच पाता है। उक्त क्षेत्र से रेल लाइन डलने से क्षेत्र के होनहार छात्र-छात्राओं को भोपाल, विदिशा जैसे महानगरो में जाकर पढाई करने का अवसर मिलेगा। छोटे शहरो कस्बो का विकास होगा तभी देश का विकास होना संभव है।

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