ये क्षेत्र किए शामिल
रैंकिंग के लिए पार्किंग, मुख् य प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म, यात्री प्रतीक्षालय को शामिल किया था। इसमें टायलेट व खुले क्षेत्र में सफाई के साथ वेंडर एरिया, पेयजल, फुट ओवर ब्रिज, ट्रैक की स्वच्छता पर भी फोकस किया गया।
कहां पिछड़े हम
रेलवे स्टेशन पर सुलभ कॉ पलेक्स का आउटलेट ओपन नली से चल रहा है। कई बार सीवर का पानी आईओडब्ल्यू ऑफिस के गेट के सामने प्लेट फार्म एक के बारह सर्कुलेटिंग एरिया तक आ जाता है। यहां काफी दिनों से सीवर की स्थिति खराब है। वीआईपी गेट पर टाइल्स टूटी पड़ी हैं और पानी लीकेज हो रहा है। इस पर कई बार रेलवे अधिकारियों को फटकार लगी है, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं है। रेलवे ट्रैक पर गंदगी भी मिल जाती है। इसकी कई बार यात्रियों ने शिकायत की है।
इस तरह तैयार की गई रिपोर्ट: स्वच्छता सर्वेवक्षण की रिपोर्ट तैयार करने के लिए टीम दो दिन तक स्टेशन का जायजा लेने आई। इनमें यात्रियों का भी फीडबैक लिया गया। स्टेशन मैनेजर का इंटरव्यू भी लिया गया। निर्धारित स्थानों का अवलोकन और मापदंडों के आधार पर मूल्यांकन किया गया। प्रमाणिकता के लिए स्टेशन की सफाई संबंध डेटा कलेक्शन व तस्वीरें जुटाई गईं।
स्टेशन के बाहर बेतरतीब खड़े रहते हैं आटो: उधर, स्टेशन के बाहर बेतरतीव ढंग से आटो चालक आटो को खड़ा करते हैं। इस वजह से यात्रियों को निकलने में दिक्कत होती है। आटो के लिए अलग से स्थान बनाया, लेकिन ट्रेन आते ही हाईमास्ट लाइट के नीचे भी वाहन खड़े हो जाते हैं। वाहन शेड के आगे पानी रुकता है। यहां से यात्री नहीं निकल पाते। पूरी बारिश लोगों को असुविधा उठानी पड़ी।