यमन में अमरीकी ड्रोन को मार गिराया, हौती विद्रोहियों ने ली हमले की जिम्मेदारी
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने गुरुवार को कहा कि अदन में सड़कों सन्नाटा पसरा है और हवाईअड्डे से उड़ानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
यमन में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय समन्वयक लिस ग्रांडे ने गुरुवार को उन सभी लोगों से मुलाकात की जो अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपने दायित्वों का सम्मान करने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने यमन में मानवीय सहयोग के समर्थन के लिए अपनी अपील भी दोहराई।
सबसे खराब मानवीय संकट के दौर से गुजर रहा है यमन
दुजारिक ने कहा कि इस साल की मानवीय प्रतिक्रिया योजना के लिए 4.2 अरब अमरीकी डॉलर की आवश्यकता है, लेकिन केवल 34 प्रतिशत फंड ही है।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम यमन के दो करोड़ से अधिक लोगों को सहायता प्रदान करता है, जिसमें एक करोड़ वे लोग शामिल हैं जो अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से मानवीय सहायता पर निर्भर हैं।
यमन दुनिया के सबसे खराब मानवीय संकट के दौर से गुजर रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि पांच में से चार लोगों को किसी न किसी प्रकार की मानवीय सहायता या संरक्षण की आवश्यकता होती है।
यमन के हौती विद्रोहियों का दावा, सऊदी अरब के 20 सैन्य ठिकानो पर किया कब्जा
दुजारिक ने कहा कि अगर वित्तीय मदद नहीं मिलती है तो आने वाले हफ्तों में 22 प्रमुख कार्यक्रम बंद हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दक्षिणी यमन में अदन व इसके आसपास के क्षेत्रों में हालिया झड़पों व संघर्षों पर चिंता व्यक्त की है, जहां संयुक्त राष्ट्र की मान्यता प्राप्त सरकार अस्थायी रूप से है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एक प्रेसिडेंशियल बयान में परिषद ने गुरुवार को कहा कि वह ‘यमन के दक्षिण में हाल के घटनाक्रमों को लेकर चिंतित है, जिसमें राज्य संस्थानों को कब्जे में लेने का हिंसक प्रयास भी शामिल है।’ इसने सभी शामिल पक्षों से संयम दिखाने और यमन की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने का आह्वान किया।
परिषद ने स्थिति का समाधान करने के लिए जेद्दा में एक वार्ता बैठक का आयोजन करने के सऊदी अरब के प्रयासों का भी स्वागत किया है और पूरी तरह से समर्थन किया, और उन प्रयासों को सफल बनाने के लिए सभी पक्षों से रचनात्मक रूप से इसमें शामिल होने का आह्वान किया है।
अदन को यमन की अस्थायी राजधानी के रूप में माना जाता है, अदन वह जगह है जहां 2015 से ही यमन की सरकार ने खुद को स्थापित किया है।
यह अरब देश 2014 के अंत से गृह युद्ध की चपेट में है, जब हौती विद्रोहियों ने राजधानी सना सहित सभी उत्तरी प्रांतो और देश के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था। सऊदी के नेतृत्व वाला गठबंधन 2015 से यमन के हौती विद्रोहियों से लड़ रहा है।
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