हमले में पत्रकारों की भी मौत
सीरियाई मानवाधिकार पर्यवेक्षक के मुताबिक, करीब 10 लोग कुर्दों पर किए गए हवाई हमले का शिकार हो गए। स्टेफनी पेरेज नाम की एक महिला पत्रकार ने हमले को लेकर एक ट्वीट में बताया कि जिस काफिले को निशाना बनाया गया, उसमें वह भी जा रही थी। अपने ट्वीट में पेरेज ने लिखा, ‘हमारी टीम सुरक्षित है। लेकिन कुछ साथी मारे गए हैं।’
वहीं, ब्रिटेन के वेधशाला की माने तो इस हमले में एक पत्रकार की मौत हो गयी है। हालांकि, अभी तक मारे गए पत्रकार की राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं हो सका है। गौरतलब है कि अमरीका ने कुछ समय पहले ही उत्तरी सीरिया से अपनी सेना वापस बुलाने का फैसला किया था। इस इलाके में विश्व के सर्वाधिक कुर्द रहते हैं, जिनकी संख्या करीब 30 मिलियन हैं।
सीरियाई सेना करेगी कुर्दों की रक्षा
कुर्द अमरीका के खास सहयोगी के माने जाते हैं। हालांकि, तुर्की कुर्दों के विस्तार से डरकर उनपर आक्रमण कर रहा है। उस डर है कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो ये लड़ाके देखते ही देखते एक अलग देश कुर्दिस्तान बना लेंगे। फिलहाल, तुर्की के हमलों को रोकने के लिए कुर्दों ने सीरियाई सेना से एक डील की है। इसके तहत सेना उत्तरी सीमा पर उनकी सुरक्षा में मदद करेगी। बता दें कि पिछले हफ्ते से कुर्द नेतृत्व के अतंर्गत आनेवाले सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस (SDF) के नियंत्रण वाले क्षेत्र में भारी बमबारी की जा रही है।