सूडान को 3 अरब डॉलर देंगे सउदी अरब और यूएई
कौन हैं उमर अल-बशीर
बता दें कि उमर अल-बशीर का जन्म सूडान में 1944 में हुआ था। सूडान के 7वें राष्ट्रपति के तौर पर 1989 में बशीर ने सत्ता संभाली थी। उसके बाद से वे लगातार 2019 तक यानी 30 वर्षों तक पद पर बने रहे। वे नेशनल कांग्रेस पार्टी के संस्थापक हैं। बशीर सूडान की सेना में एक ब्रिगेडियर के रूप में कार्यरत थे। 1989 में सरकार के खिलाफ विद्रोह करते हुए तख्तापलट कर दिया और फिर सत्ता में काबिज हो गए। इसके बाद प्रधान मंत्री सादिक अल-महदी की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को बाहर कर दिया। बशीर 1989 के बाद से तीन बार राष्ट्रपति चुने गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बशीर दुनिया को दिखाने के लिए फर्जी मतदान करवाता था और फिर जीत कर सत्ता में काबिज हो जाता था। 2009, मार्च में यह पहली बार हुआ कि अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने डारफुर में अल बशीर को कथित तौर पर नागरिकों का सामूहिक हत्या, बलात्कार और लूटपाट करने के मामले में आरोपी बनाते हुए वारंट जारी किया गया था।
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