इस कारण शुरू हुआ है ये प्रदर्शन
ये प्रदर्शन पानी और बिजली की कमी, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर चल रहा है। इस हमले में ईरान के वाणिज्य दूतावास के साथ-साथ कई सरकारी इमारतों और राजनीतिक दलों के कार्यालयों में आगजनी की गई है। इसके साथ ही मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 12 लोगों के मारे जाने के अलावा 50 लोगों के घायल हुए हैं। इनमें आम लोगों के अलावा 2 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये हिंसा तब भड़की जब वहां के 30 हजार लोग प्रदूषित पानी पीने के कारण बीमार पड़ गए।
बुलाई जा सकती है आपातकालीन सत्र की बैठक
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इराकी संसद इन हाला पर चर्चा करने के लिए आज आपातकालीन सत्र बुला सकती है। अधिकारियों ने बताया कि रातभर चली अफरातफरी के बाद शनिवार की सुबह हमलावरों ने जहां तीन रॉकेट दागे उसके पास ही अमरीकी वाणिज्य दूतावास भी मौजूद है। हालांकि अधिकारियों ने ये भी कहा कि अभी हमलावरों के बारे कोई जानकारी नहीं मिली है। बता दें कि हमले के बाद उड़ानों पर कोई असर नहीं पड़ा और नाही किसी के हताहत की कोई खबर मिली है।
ईरानी दूतावास और झंडे को भी जलाया
गौरतलब है रॉकेट हमले से कुछ घंटे पहले प्रदर्शनकारियों ने ईरान विरोधी नारे लगाते हुए ईरानी वाणिज्य दूतावास को भी निशाना बनाया और इमारत को आग के हवाले कर दिया था। इस दौरान गुस्साए हमलावरों ने ईरानी झंडे को भी जलाया और ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी की एक तस्वीर को पैरों तले रौंद दिया। इस हमले के बाद प्रदर्शनकारियों ने ईरान समर्थित असाइब अहल अल हक शिया मिलिशिया के मुख्यालय को भी जलाने की कोशिश की। लेकिन वहांतैनात सुरक्षाकर्मियों ने बचाव में गोलीबारी कर दी।