अमरीका ने दावा किया था कि बिना किसी खुनी लड़ाई के ईरान के पूूरे सैन्य सिस्टम को बर्बाद कर दिया है। बता दें कि अमरीकी दावों के अनुसार, 20 जून को साइबर अटैक के जरिए ईरानी सेना के सैन्य कमांड और कंट्रोल सिस्टम को पूरी तरह तबाह कर दिया गया।
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मालूम हो कि किसी भी देश की सेना सैन्य सिस्टम के जरिए ही अपने मिसाइलों और बड़े हथियारों को नियंत्रित व संचालित करती है। यदि ऐसे में कंप्यूटर सिस्टम पर हमला होता है तो वह देश असहाय हो जाता है और युद्ध के समय न तो उनके हथियार, न ही फाइटर जेट और न ही कोई पनडुब्बी किसी सिग्नल पर काम कर पाएगा।
ईरान ने अमरीकी दावों को किया खारिज
ईरान ने एक बड़ा बयान देते हुए सोमवार को अमरीकी दावों को खारिज कर दिया। ईरान के एक मंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया कि तेहरान पर हाल ही में अमरीकी साइबर हमले को ईरान ने विफल कर दिया है। अमरीका किसी भी तरह से समस्या पैदा करने में नाकाम रहा है।
ईरान के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद जवाद अजारी जहरोमी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘ अमरीका ने बहुत कोशिश की, लेकिन वे हमले में सफल नहीं हो सके।’
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन ने ईरानी रॉकेट लॉन्च सिस्टम्स पर साइबर हमला किया था जिसने सैन्य मशीनी हथियार को अक्षम कर दिया।
ईरान के मंत्री ने सोमवार को अमरीका पर बीते सालों में ईरान पर साइबर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय से साइबर आतंकवाद का सामना कर रहे हैं।’ जहरोमा ने आगे कहा कि बीते साल हमने ऐसे 3.3 करोड़ हमलों को विफल किया है।’
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