दरअसल, आयात शुल्क बढ़ने के बाद चीनी खिलौने काफी महंगे हो गए हैं। जिसके मद्देनजर अब टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने योगी सरकार से ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में टॉय सिटी बसाने की मांग की थी। इसके लिए जमीन की मांग की गई। जिसे प्राधिकरण ने मंजूरी ने दे दी है। इसमें करीब 80 इकाई स्थापित होंगी, जिससे प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से 15000 लोगों को रोजगार एवं छह सौ करोड़ का निवेश होगा।
गौरतलब है कि देश में खिलौना उद्योग का करीब 20 हजार करोड़ का सालाना कारोबार है। इसमें छह हजार करोड़ का कारोबार देश में बने खिलौने का है, जबकि 14 हजार करोड़ का कारोबार आयातित खिलौनों का है। 2002 में सरकार ने आयात शुल्क को 50 से घटाकर 20 फीसद कर दिया था, इससे घरेलू खिलौना उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में टॉय सिटी विकसित करने की योजना है। इसके लिए प्राधिकरण से भूमि मांगी गई है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि टॉस सिटी के लिए 50 एकड़ भूमि आवंटन का प्रस्ताव प्राधिकरण को मिला है। इसमें एक हजार से चार हजार वर्गमीटर के भूखंड मांगे गए हैं। प्राधिकरण ने सेक्टर-32, 33 में भूमि देने का प्रस्ताव दिया है। सहमति बनने पर तय प्रक्रिया के अनुसार भूखंड का आवंटन किया जाएगा। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा।