ग्रेटर नोएडा. सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठते है, लेकिन अब सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। दादरी के धूममानिकपुर स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। उसे ध्वस्त् कराने की मांग टीचर पिछले काफी दिनों से कर रहे है। उसके बाद भी शिक्षा और प्रशासनिक अफसरों की तरफ से स्कूल की इमारत को ध्वस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। डर के साये में मासूम बच्चे स्कूल में पढ़ाई करते है। हालांकि बिल्डिंग में बच्चों ने जाना तक छोड़ दिया है। मंगलवार को भी स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने डीएम को लेटर सौंपकर स्कूल की बिल्डिंग गिराने की मांग की है।
रात 2 बजे फोन पर बात करते बाहर निकला युवक, अगले दिन पेड़ से लटका मिला शव दादरी के धूममानिकपुर का प्राथमिक स्कूल की सालों पुरानी बिल्डिंग है। जर्जर हालत को देखते हुए कई साल पहले ही नई बिल्डिंग बना दी गई थी। साथ ही पुरानी बिल्डिंग को गिराया नहीं गया था। अब यह बिल्डिंग काफी खस्ता हो चुकी है। आरोप है किसी भी दिन यह बिल्डिंग गिर सकती है। स्कूल की प्रधान अध्यापिका सविता शर्मा ने कई बार बिल्ड़िग को ध्वस्त करने की मांग प्रशासनिक अफसरों से की है। साथ ही विभागीय अफसरों को भी लेटर सौंप चुकी है। यहां सैंकडों बच्चों पढ़ाई करते हैं। ऐसे में यह बिल्डिंग हादसे को न्यौता दे सकती है। मासूम जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर है। इसकी वजह से टीचरों ने बच्चों को बिल्डिंग के पास जाने से रोक दिया है।
अधिकारी नहीं ले रहे सुध सालों से सरकारी स्कूल की बिल्ड़िग खस्ता पड़ी हुई है। परिसर में स्कूल की नई बिल्ड़िग का निर्माण तो प्रशासन की तरफ से करा दिया गया, लेकिन पुरानी बिल्ड़िग को ध्वस्त करना अफसर भूल गए। जर्जर हो चुकी बिल्ड़िग की वजह से हादसे की आंशका बनी रहती है। यहां डर के साए में बच्चे पढाई करते हैं, वहीं टीचरों को भी डर बना रहता है। आरोप है कि इसकी शिकायत पहले भी शिक्षा विभाग के अफसरों से की जा चुकी है। वहीं प्रशासनिक अफसरों को भी बिल्ड़िग की खस्ता हाल के बारे में अवगत कर चुके है। आरोप है कि आए दिन शिकायत करने के बाद भी प्रशासनिक और शिक्षा विभाग के अफसर सुध नहीं ले रहे हैं। किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
फैली है गंदगी बिल्ड़िग जर्जर होने से ग्रामीणों ने आस—पास कूड़ा—कचरा फेंकना शुरू कर दिया है। आरोप है कि गंदगी की वजह से बच्चों में बीमारियां फैलना का भी खतरा बना हुआ है। साफ-सफाई कराई जाती है तो फिर गंदगी फैला दी जाती है। टीचरों की मानें तो अगर बिल्ड़िग को ध्वस्त् कराने पर गंदगी से निजात मिल सकती है।