प्राधिकरण ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए 53 टेंडर निकाले हैं। इस बार प्राधिकरण सिरसा, अस्तौली, घंघोला, चिपयाना बुजुर्ग, अमीनाबाद उर्फ नियाना को स्मार्ट गांव बनाएगा। यूसुफपुर चक शाहबेरी व जलपुरा गांव को स्मार्ट बनाने के लिए टेंडर निकाले गए हैं। कुछ गांवों में पहले और कुछ गांवों में दूसरे चरण के कामों के टेंडर शामिल हैं। सेक्टर-2 में पॉकेट सी एवं डी के आंतरिक सड़कों की रिसर्फेसिंग, सेक्टर-3 के पॉकेट ई, एफ एवं डी की आंतरिक सड़कों की रिसर्फेसिंग और सेक्टर बीटा वन की 12 मीटर, 14 मीटर और 24 मीटर चौड़ी सड़कों की रिसर्फेसिंग कराने का टेंडर भी निकाले गए हैं।
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होली के रंग में भंग, धार्मिक स्थल पर रंग फेंकने के बाद हुआ बवाल, जमकर पथराव मायचा गांव से शुरू हुई स्मार्ट विलेज की योजना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर प्राधिकरण स्मार्ट विलेज योजना की शुरुआत मायचा गांव से कर चुका है। मायचा में काम शुरू हो चुका है। अफसरों ने बताया कि स्मार्ट विलेज बनाने पर 25 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। धूम मानिकपुर, खोदना खुर्द व सैनी गांव के विकास कार्यों के लिए टेंडर निकाले हैं। यहां भी विकास कार्य कराए जाएंगे। ग्राम हैबतपुर में आबादी के भूखंडों के शेष काम को कराया जाएगा। ग्राम बादलपुर में चार प्रतिशत और 10 प्रतिशत आबादी के भूखंडों का विकास कार्य कराया जाएगा। जबकि इटेहरा में पांच प्रतिशत आबादी के भूखंडों के विकास कार्य होंगे।
इन गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने की योजना दो चरणों में परवान चढ़ेगी। पहले चरण में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। मसलन, हर घर को पानी व सीवर कनेक्शन से जोड़ा जाएगा। सीवर लाइनों को एसटीपी से जोड़ा जाएगा। इन गांवों की सड़कें बेहतर की जाएंगी। नाली के साथ हर गली में स्ट्रीट लाइट होगी। कम्युनिटी हॉल बनेंगे और विद्युतीकरण के कार्य भी होंगे। वहीं, दूसरे चरण में लाइब्रेरी, वाई-फाई की सुविधा, युवाओं के लिए ट्रेनिंग सेंटर, स्मार्ट क्लास बोर्ड आदि की सुविधा दी जाएगी। ट्रेनिंग सेंटर में युवाओं को रोजगार परक कोर्स की जानकारी दी जाएगी, जिससे उनको कैरियर बनाने में मदद मिल सके।