एडिशन डीसीपी विशाल पांडे ने बताया की 18 जुलाई को ग्राम फलैदा के पास प्रवीण नामक युवक का लहूलुहान शव पुलिस को मिला था। प्रवीण रात को घर से किसी से अपने उधार के पैसे मांगने के लिए कहकर निकला था और उसका शव सुबह मिला। इस मामले में प्रवीण की पत्नी ने घटना वाले दिन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जब पुलिस मे हत्याकांड की तफ़तीश शुरू की तो मृतक प्रवीण के बहनोई बलवीर उर्फ बबलू गतिविधिया संदिग्ध लगी। पुलिस ने बलवीर उर्फ बबलू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने प्रवीण की साथियों संग मिलकर हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
एडिशन डीसीपी प्रवीण की चार साल पहले शादी हुई थी। उसके संतान नहीं थी जिस कारण वह शराब पीकर पत्नी को पीटता था। पत्नी बलबीर को परेशानी बताती थी। इसी दौरान बलबीर का उससे अवैध संबंध बन गए। प्रवीण के नाम कुछ जमीन भी थी। अवैध संबंध और सम्पत्ति के लालच में दोनों ने प्रवीण की हत्या की योजना बनाई। बलबीर ने तीन साथियों को एक लाख में हत्या करने के लिए तैयार किया। 60 हजार एडवांस दे दिये। सभी ने मिलकर प्रवीण के साथ खेत पर जाकर शराब पी फिर हत्या कर दी। पुलिस ने उसके साथी मोनू शर्मा निवासी ग्राम मौजपुर, नरेश कुमार और गांव आबदा नगर, जिला बुलन्दशहर निवासी गुल्लू और मृतक की पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।