बता दें कि 18 सितंबर को ग्रेनो अथॉरिटी के पूर्व महाप्रबंधक व भाजपा नेता रविंद्र तोगड़ के 10 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की थी। इस कार्रवाई को जेल में बंद पीसी गुप्ता और यादव सिंह से भी जोड़कर देखा जा रहा है। रविंद्र तोंगड़ इन अफसरों के करीबी भी माने जाते है। आयकर विभाग 50 से 60 सदस्यों की टीम ने छापेमारी की थी। एहितयात के दौरान पुलिेस के साथ-साथ पीएसी भी बुलाई गई थी। उनके स्कूल के अकाउंटेंट के अलावा परिवार व गांव के लोगों से भी आयकर विभाग की टीम ने पूछताछ की थी।
बताया गया है कि गांव में छापेमारी के दौरान प्रॉपट्र्री के अहम कागजात हासिल किए थे। यहां तक उनके गांव आनंदपुर में भूसे के ढेर और अनाज की टंकी तक की तलाशी ली गई। इनमें जूलरी व करोड़ों रुपये मिले थे। रविंद्र तोंगड़ के भाजपा के एक बड़े नेता से काफी नजदीकियां है। बताया गया है कि उसके सीए से भी आयकर विभाग की टीम ने पूछताछ की है। बताया गया है कि रविंद्र के सीए से दिल्ली स्थित आॅफिस में जाकर टीम जांच कर चुकी है। बताया गया है कि जमीन को परिवार के अन्य लोगों, नौकर, ड्राइवर व रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई।
बसपा सरकार में रविंद्र तोगड़ की तैनाती प्राधिकरण में हुई थी। यह सविंदा कर्मचारी के तौर पर नौकरी ज्वाइन की थी। लेकिन सपा सरकार में रविंद्र को अत्यंत महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंप दी गई। वहीं प्राधिकरण से रिटायर होने के बाद अब यह भाजपा में शामिल हो गए। ग्रेटर नोएडा में इनके कौशल्या वर्ल्ड स्कूल के नाम से 2 स्कूल और हॉस्टल भी है।
11 वर्ष की नौकरी में अर्जित संपत्ति के मामले में अब रविंद्र तोंगड़ फस सकते है। दरअसल में विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान बाथरुम की दीवारें तोड़ डाली थी। सुत्रो की माने तो बाथरुम से करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी के कागजात मिले है। ये छिपाकर रखे हुए थे। सुत्रों की माने तो दिल्ली एनसीआर समेत देश के अन्य शहरों में महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रॉपटी्र के कागजात मिले है।