बता दें कि ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में लगने वाले ऑटो एक्सपो में चीन की चार कंपनियां ऑलेक्ट, एमजी, हाइमा व ग्रेटवाल हिस्सा लेने आ रही हैं। इन कंपनियों ने पूरे एक्सपो का करीब बीस फीसदी पवेलियन खरीदा है। इन कंपनियों के 186 प्रतिनिधियों (कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारी) ने एक्सपो में आने की औपचारिकताएं पहले में ही पूरी कर ली थीं। दो सप्ताह पहले ही इन कंपनियों के 40 लोग ग्रेटर नोएडा आ चुके हैं। शेष लोगों को एक्सपो से तीन दिन पहले ही आना था, लेकिन वायरस की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने उनके आने पर रोक लगा दी है।
छह मेडिकल बूथ बनाए गए कोरोना वायरस का खतरा देखते हुए एक्सपो में छह मेडिकल बूथ बनाए हैं। इन पर पांच डॉक्टरों के नेतृत्व में चिकित्सकीय दल मौजूद रहेगा। यहां पर हर समय पांच एंबुलेंस मौजूद रहेंगी। आयोजन स्थल पर एक कंट्रोल रूम व मास्क के लिए अलग-अलग काउंटर भी बनाए गए हैं। दर्शक यहां से मास्क खरीद सकते हैं। हर जगह सेनेटाइजर की सुविधा भी रहेगी। वरिष्ठ निदेशक ट्रेड फेयर देबाशीष मजूमदार ने बताया कि एक्सपो में चीन के 40 लोगों की टीम दो सप्ताह पहले ही आ चुकी है। उनकी जांच में कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। एक्सपो में सुरक्षा के मद्देनजर अमेरिका से विशेष जांच मशीन मंगाई जा रही है।