यह भी पढ़ें— चुनाव से पहले ईमानदारी से काम करने पर इस आईपीएस को योगी के मंत्री ने दी धमकी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना 19 अप्रैल की है। पुलिस पूछताछ में आरोपी गोपाल बंसल ने कहा कि हीरे जड़ी महंगी अंगूठी देखकर उसका मन बहक गया था। इसलिए उसने ज्वेलर से चांदी की पायल दिखाने के लिए बातों में उलझा लिया और पास में रखी अंगूठी पर थैला रख दिया। इसके बाद उसने ज्वेलर से करीब 1600 रुपये की पायल खरीदी और फिर बिल चुकाकर थैला कुछ ऐसे उठाया कि अंगूठी भी उसी में लिपटकर आ गई। इधर, ज्वेलर दीपक मंडल ने बताया कि जब उसे पता चला कि हीरे की अंगूठी गायब हो गई है तो उसने सीसीटीवी फुटेज खंगाली। फुटेज में उसे अंगूठी चोरी होने का पता चल गया। इसके बाद जब वह पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस केस दर्ज करने में आनाकानी करने लगी। काफी प्रेशर के बाद 14 दिन बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। लेकिन, इसके बाद भी पुलिस लगातार मामले में ढिलाई बरतती रही। शुक्रवार को कासना पुलिस ने आरोपी गोपाल बंसल को दिल्ली स्थित उसकी कोठी से गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ें— पतंजलि को लेकर बड़ा खुलासा: आचार्य बालकृष्ण के नाम से हो रहा था ऐसा काम संपत्ति जानकर पुलिस भी हैरान पुलिस की मानें तो आरोपी 55 वर्षीय गोपाल बंसल कंस्ट्रक्शन का कारोबार करता है। सीओ प्रथम अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिली कि गोपाल बंसल प्रीत विहार थाना एरिया स्थित निर्माण विहार के सी-224 मकान में रह रहा है। जब वे मौके पर पहुंचे तो वहां आलीशान कोठी मिली। इस दौरान उन्हें लगा कि आरोपी यहां किराए पर रह रहा होगा, लेकिन पूछताछ में पता चला कि वही इस आलीशान कोठी का मालिक है। इतना ही नहीं ऐसी ही उसकी दो और भी कोठियां हैं। इसके अलावा हर माह वह लाखों रुपये किराए से भी कमाता है। उसके घर में जितने भी सदस्य हैं, सभी के पास अपनी-अपनी कार है। वह खुद भी कार से आता-जाता था। पुलिस उसकी हैसियत देखकर हैरान हो गई थी। यकीन ही नहीं हो रहा था कि इसने चोरी की होगी।