ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि कोविड 19 महामारी से उपजे संकट से निपटने के लिए हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने वर्चुअल व्यापार मेलों की शुरुआत कर इस चुनौतीपूर्ण समय में सबसे मुफीद व्यापार प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि वर्चुअल मोड पर आयोजित पहला इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एसेसरीज मेला 4जून 2020 को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस मेले में विभिन्न देशों के 1200 विदेशी ग्राहकों और उनके प्रतिनिधियों ने शिरकत की। इसमें 150 करोड़ से ज्यादा की गंभीर बिजनेस इंक्वायरी भी की गयी।
राकेश कुमार ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए वर्चुअल मोड पर होने वाले इस व्यापार मेले ही न्यू नार्मल होंगे और अगले 6 से 12 महीने तक व्यापार करने के सबसे प्रमुख माधयम भी साबित होंगे। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि भारतीय हस्तशिल्प निर्यातकों ने ईपीसीएच के इस अभिनव प्रयोग का स्वागत करते हुए इस अवसर को हाथों-हाथ लेकर पूरा लाभ उठाया है। होम फर्निशिंग, फ्लोर कवरिंग और टेक्सटाइल हस्तशिल्प निर्यात सेक्टर के महत्वपूर्ण अंग हैं। इन वस्तुओं के सबसे बड़े बाजार अमरीका और यूरोप हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में इन आइटमों की निर्यात देश से हुए हस्तशिल्प निर्यात के कुल निर्यात का 25 प्रतिशत था, जो करीब 6200 करोड़ रुपये के आसपास था। भारतीय अर्थव्यवस्था में होम फर्निशिंग, फ्लोर कवरिंग और टेक्सटाइल सेक्टर के महत्व को देखते हुए ईपीसीएच वर्चुअल मोड पर आईएचजीएफ-टेक्सटाइल्स का 15 से 18 जून 2020 तक आयोजन करने जा रहा है। इस मेले में इन सभी श्रेणियों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस आयोजन में पूरे देश से 250 से ज्यादा सदस्य निर्यातक होम फर्निशिंग, फ्लोर कवरिंग और टेक्सटाइल आइटमों से जुड़े अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। इंफॉमेटिव वेबिनार्स और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिल्पियों की कला का प्रदर्शन वर्चुअल मोड पर होने वाले इस आईएचजीएफ-टेक्सटाइल मेले का प्रमुख आकर्षण होंगे।