इस दौरान उन्होंंने गाजियाबाद को 45 और गौतमबुद्धनगर को 43 पीआरवी बाइक रवाना की। उन्होंने कहा कि 2016 में पीआरवी का रिस्पांश टाइम 23 मिनट का था। इनका रिस्पांश टाइम घटकर राज्य के विभिन्न जिलों में 11 मिनट पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में इसका टाइम और करने का प्रयास किया जा रहा है। फायदा यह होगा कि घटना होने पर पीड़ित को जल्द से जल्द पुलिस की मदद मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि यूपी में रोजाना कंट्रोल रुम मेंं 50 से 60 हजार कॉल आ रही है। उन्होंने बताया कि पीआरवी और थानों के बीच में नेटवर्क काफी मजबूत है। वहीं उन्होंने कहा कि पुलिस के व्यवहार में बदलाव भी आया है। इसकी वजह से लोगों का विश्वास पुलिस में बढ़ रहा है।
यह होगा नंबर जारी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि अमेरिका में राष्ट्रस्तर पर इमरजेंसी नंबर 911 है। उन्होंने बताया कि अमेरिका में यहीं नंबर सभी सेवाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने बताया कि भारत में भी नेशनल इमरजेंसी इंटीग्रेटिड सिस्टम के तहत नंबर जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डायल-100 की तर्ज पर नेशनल इमरजेंसी इंटीग्रेटिड सिस्टम के लिए डायल-112 नंबर जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गृहमंत्रालय में नेशनल इमरजेंसी इंटीग्रेटिड सिस्टम पर काम किया जा रहा है। पुलिस के साथ-साथ वीमेन हेल्पलाइन, फायर सर्विस मेडीकल समेत तमाम आपातकालीन सेवाओं से डायल-112 को जोड़ा जाएगा।
पुलिस करेगी ऐप लांच यूपी पुलिस जल्द ही एक मोबाइल ऐप लांच करने जा रही है। इस ऐप के जरिए घर बैठे ही घरेलू नौकर/नौकरानी के वेरीफिकेशन, जुलूस की परमिशन, रैली समेत अन्य 20 से अधिक सेवाएं आॅनलाइन हो जाएगी। उसके बाद में लोगों को पुलिस व आॅफिसों के चक्कर काटने नहीं होंगे।
तीन जिलों में तैनात होगी महिला बटालियन महिला सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महिला बटालियन तैयार की जा रही है। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुजफ्फरनगर में पीएसी बटालियन तैनात की जाएगी। माना जा रहा है कि जल्द ही नोएडा या फिर गाजियाबाद को एक महिला बटालियन तैनात की जा सकती है।