योगी आदित्यनाथ ने जेवर आकर सबसे पहले सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और फिर तैयारियों व सुरक्षा का ब्यौरा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में किसी भी तरह कोई कमी न रहे और न ही कोई कोताही बरती जाए। इससे पहले मुख्यमंत्री को पूरी तैयारियों का एक अंतिम ड्राफ्ट दिखाया गया। उन्हें प्रधानमंत्री के मंच के अलावा अन्य मंच, आम जनता के बैठने के स्थान, प्रधानमंत्री के उतरने के लिए हेलीपैड, आम लोगों के आने जाने के रास्ते, प्रदूषण से बचाव और आपातकालीन स्थिति के प्लान की जानकारी दी गई। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को लेकर कई जरूरी दिशा निर्देश दिए।
बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा कि 34 हजार करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश से विकसित होने वाला हवाई अड्डा एक लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट को रेल और रोड कनेक्टिविटी का हब बनने जा रहा है। एयरपोर्ट डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, गंगा एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल, यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर जोड़ा जाएगा। कनेक्टिविटी के कारण जेवर एयरपोर्ट के आसपास आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। आने वाले समय में जेवर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में बनने वाले उद्योगों से लाखों लोगों के रोजगार के साधन खुलेंगे।
विपक्ष पर साधा निशाना सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, ताकि हम पूर्वी यूपी को पश्चिमी यूपी से जोड़ सकें। चाहे वह रॉड कनेक्टविटी हो या एयर कनेक्टविटी सभी को सुदृढ करने जा रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते हैं ये काम करने की हम सोच रहे थे, लेकिन हम उन्हें दिखाएंगे कि विकास के किसी काम को अंतिम रूप कैसे दिया जाता है। एयरपोर्ट आने के बाद जेवर सहित आसपास इलाकों में निवेश बढ़ा है, देशी और विदेशी कंपनियों जेवर एयरपोर्ट के आसपास निवेश कर रही हैं। यही कारण है की एयरपोर्ट के पास तीन और नए शहर बनाने की की तैयारी शुरू की गई है।