बिसरख कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि हादसे से पहले बिहार के रहने वाले साजिद और जावेद गौर सिटी-1 के 7 एवेन्यू सोसाइटी की निर्माणाधीन साइट की 7वीं मंजिल पर कार्य कर रहे थे। इसी साइट पर दोनों के परिवार के अन्य मैंबर भी कार्य करते है। उसी दौरान अचानक पैर फिसलने से दोनों सावतीं मंजिल से नीचे आ गिरे। उन्होंने बताया कि लिफ्ट के लिए छोड़े गए स्थान में जाल नहीं लगा हुआ था। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलने पर आस-पास में कार्य कर रहे मजदूरों की भीड़ मौके पर इक्टठा हो गई। वहीं घायलों को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया। अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की सूचना मिलने के बाद में अन्य मजदूरों पर गुस्सा फुट पड़ा। मौके पर मौजूद मजदूरों ने घटना के विरोध में हंगामा करना शुरू कर दिया। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि लिफ्ट के लिए छोड़े गए स्थान में जाल नहीं लगाया गया था। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ, जबकि जाल लगाना जरुरी है। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि अगर जाल लगा हुआ होता तो यह हादसा नहीं होता। लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने दोनों के लिए मुआवजे की मांग की। घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने मजदूरों को शांत कराया। गौर ग्रुप के मीडिया प्रभारी अनिकेत तिवारी ने बताया कि निर्माणधीन साइट पर सुरक्षा के सभी उपाय किए जाते है। यह घटना दुखद है, इसकी जांच कराई जाएगी।