मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फरवरी आते ही उत्तर प्रदेश का मौसम बदला गया। हालांकि 31 जनवरी को पश्चिमी यूपी के बागपत, नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और मुरादाबाद में झमाझम बारिश ने सर्दी को बढ़ा दिया। वहीं, मध्य यूपी और अवध के कई हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। गुरुवार को भी बारिश के बाद शुक्रवार को इसमें ब्रेक लगने की संभावना है, लेकिन शनिवार को फिर मौसम करवट ले सकता है। डॉ. अतुल के अनुसार, जनवरी में औसत रूप से बरेली में सबसे ठंडे दिन रहे। यहां अधिकतम तापमान का औसत 14.1 रहा। जो सामान्य के 19.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 5.4 डिग्री कम रहा। बिजनौर दूसरे नंबर पर रहा, यहां औसत अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बीते दो दिनों से धूप और पुरवा हवाओं के कारण तापमान का चढ़ना जारी है। उन्होंने बताया कि एक से पांच फरवरी के बीच बहराइच के अलावा तराई क्षेत्र और पश्चिम यूपी के कई इलाकों में बिजली गिरने, बारिश और ओले गिरने का अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि दो पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें से एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर देशांतर 64 पूर्व और 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के साथ एक गर्त के रूप में देखा जा रहा है। यह बारिश और ओलावृष्टि का कारक माना जा रहा है।