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खुखुंदू के बंजरिया शुक्ल गांव के रहने वाले विजय कुमार सिंह का बेटा रंजीत कुमार सिंह (17) इंटरमीडिएट का छात्र था। वह सदर कोतवाली क्षेत्र के एक कोचिंग सेंटर में कोचिंग करता था। बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व कोचिंग सेंटर में बैठने को लेकर रंजीत का किसी छात्र से झगड़ा हो गया था। कोंचिग सेंटर में बात आई गई हो गई लेकिन रंजीत से बदला लेने के लिए छात्र ने ठान ली थी। दो दिन बाद जब सुबह सवेरे रंजीत कोचिंग जा रहा था तो रास्ते में ही छात्र ने अपने दोस्तों के साथ पहुंचकर उसे रोक लिया। चारों घेरकर रंजीत को मारने लगे। मनबढ़ छात्रों ने रंजीत की बुरी तरह पिटाई कर दी। उसकी गाड़ी भी तोड़ दी।
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इसी बीच रंजीत के दोस्तों को पता चला तो वे पहुंचे और उन छात्रों को दौड़ा लिया। तीन तो भाग गए लेकिन एक पकड़ गया। पकड़ में आए मनबढ़ की रंजीत के दोस्तों ने पिटाई कर दी। उधर, पिटाई की वजह से घायल रंजीत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।मौके पर पहुंची पुलिस ने रंजीत के शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया। वहां मौजूद गाड़ी को अपने कब्जे में लेने के साथ एक आरोपी को भी हिरासत में ले लिया।
मृतक रंजीत चार बहनों के बीच एकलौता भाई था। पिता विजय दिल्ली में कोई नौकरी करते हैं।