गोरखनाथ मंदिर में किए दर्शन पूजन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले शुक्रवार की रात संघ कार्यालय माधवधाम पहुंचे थे। शनिवार की सुबह साढ़े पांच बजे गोरखनाथ मंदिर जाकर गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ ने उन्हें स्मृति स्वरूप धार्मिक पुस्तकें भेंट कीं। करीब दस मिनट तक मंदिर में रुके सरकार्यवाह ने मंदिर परिसर का भ्रमण भी किया। इसके बाद वह सीधे संघ कार्यालय पहुंचे और सुबह की शाखा में भाग लिया।
घर घर जाकर लोगों को संघ से कराएं अवगत
पूरे दिन उन्होंने तीन सत्रों में प्रांत व मंडल पदाधिकारियों से बातचीत की। इसके अलावा पुराने स्वयंसेवकों के साथ भी शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर जानकारी ली। कहा कि 2025 में आरएसएस के सौ साल पूरे हो रहे हैं। संघ की ज्यादा से ज्यादा शाखाएं लगाने का प्रयास होना चाहिए। घर-घर जाकर लोगों को संघ कार्यवृत्ति से अवगत कराएं और उन्हें संगठन से जोड़ें।
आज सहारा एस्टेट की शाखा में जाएंगे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले रविवार की सुबह छह बजे सहारा एस्टेट में लगने वाली शाखा में भी जाएंगे। इसके बाद वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। सरकार्यवाह शहर में संघ के पुराने पदाधिकारियों के घर भी जाएंगे और उनके साथ संघ की गतिविधियों और विस्तार की योजना पर चर्चा करेंगे। रविवार को दोपहर में दो-तीन पदाधिकारियों के यहां जाने की चर्चा है।
सात को विश्व संवाद केंद्र के विशेषांक ध्येय मार्ग का करेंगे लोकार्पण
विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष प्रोफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा एवं सचिव डॉ. उमेश कुमार सिंह ने बताया कि आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सात अक्तूबर को विश्व संवाद केंद्र के विशेषांक ध्येय मार्ग का लोकार्पण करेंगे। बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में शाम छह बजे से आयोजन होगा। विशेषांक ध्येय मार्ग में महारानी अहिल्या बाई के जीवन काल का वर्णन किया गया है। पदाधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के चांडी नामक छोटे से गांव में जन्मी अहिल्या बाई होल्कर ने सदैव अपने राज्य व वहां के लोगों के हित में कार्य किया। वह राजनीतिक कौशल, शासन पद्धति, संवेदनशीलता, सादगी, सहजता, धर्मनिष्ठ एवं न्यायप्रिय गुणों के कारण अपनी प्रजा के बीच लोकमाता के रूप में विख्यात हुईं। उनका जीवन भारतीय इतिहास का स्वर्णिम पर्व है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ उनके जन्मदिवस के अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। उन पर लिखी पुस्तक का विमोचन आरएसएस के सरकार्यवाह करेंगे।