राष्ट्र संत महंत अवैद्यनाथ का प्रदर्शित हुआ योगदान
इस प्रदर्शनी में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एवं राम मंदिर आंदोलन में राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ का योगदान तथा भारतीय शिक्षा पद्धति के पुनरुथान हेतु उनके द्वारा गोरखपुर में वर्ष 1932 में स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के बहुमूल्य योगदान को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है।
लोकमाता अहिल्याबाई के सुशासन का प्रदर्शन
इसी के साथ प्रदर्शनी में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से सम्बंधित अभिलेखागार जिसमें भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की विजय गाथा तथा लोकमाता अहिल्याबाई द्वारा स्थापित की गई आदर्श सुशासन व्यवस्था को जीवंत रूप में दर्शाया गया है। विशिष्ट भारतीय संस्कृति एवं भारतीय त्योहारों को भी कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शनी स्थल पर वर्णित किया गया है। अभाविप की इस भव्य प्रदर्शनी में कुल 7 भागों में 14 कलाविथियों में 274 कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया गया है।
इनकी रही उपस्थिति
इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री एम नागलिंगम, राष्ट्रीय मंत्री श्री बुद्धदेव बाघ, स्वागत समिति उपाध्यक्ष प्राचार्य प्रदीप राव, गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ विवेक शाही एवं महानगर मंत्री श्री शुभम गोविंद राय की उपस्थिति रही।