विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कमेटी के संरक्षक शाकिर अली सलमानी ने कहा संविधान के अनुसार प्रत्येक नागरिक को धर्म, जाति से ऊपर उठकर नागरिकता दी जानी चाहिए। वसुदेव कुटुम्बकम् वाले भारत में सबका सम्मान होना चाहिए। मुस्लिम शरणार्थियों को भी नागरिकता मिलनी चाहिए। नागरिकता संशोधन बिल संविधान के अनुच्छेद 14 के खिलाफ है, लिहाजा इसे वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस द्वारा की गई जुल्म व ज्यादतियों का हम विरोध करते हैं। छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई गैर जिम्मेदाराना है। छात्रों पर किए जा रहे पुलिसिया जुल्म को तुरंत रोका जाए। हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा किया जाए। घायल छात्रों का बेहतर इलाज करवाया जाए।
विरोध प्रदर्शन में मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, मौलाना अब्दुल खालिक चिश्ती, हाफिज जमील सलमानी, सैयद इरशाद अहमद, शमशाद खान भोला, राकेश चंद्र, डॉ. सेराज सलमानी, शाक्ति पासवान, वकील शाही, रईस अहमद, मुमताज अंसारी, यासिर अली, गौतम लाल श्रीवास्तव, मकसूद आलम, अनीस अहमद, अयोध्या साहनी, कैस अख्तर सलमानी, रज्जाक आसामी, अदनान खान, अनस खान, गोपाल पाठक, विवेक चैहान, इमरान खान आदि मौजूद रहे।