कैंट थानाक्षेत्र स्थित रेल म्यूजियम से गिरफ्तार STF द्वारा गिरफ्तार अपराधी सत्यपाल उर्फ भोला सिंह मूल रूप से खानिमपुर थाना गीडा (पूर्व में थाना सहजनवा) जनपद-गोरखपुर का रहने वाला है। उसके कब्जे से एक तमंचा 315 बोर, 2 जिंदा कारतूस 315 बोर समेत अन्य दस्तावेज बरामद किये गये।अभियुक्त को सोमवार को लगभग 09.10 बजे रात्रि में पुराने रेलवे चौकी तिराहे से लगभग 150 मीटर रेल म्यूजियम की तरफ जाने वाले रोड पर थानाक्षेत्र कैण्ट, जनपद गोरखपुर से दबोचा गया।
STF लखनऊ के निर्देश पर हुई कारवाई STF लखनऊ द्वारा पुरस्कार घोषित एवं वांछित अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए एसटीएफ की विभिन्न टीमों व फील्ड इकाईयों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही के लिये निर्देशित किया गया था।अभिसूचना संकलन के दौरान STF को जानकारी मिली कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास से दोषसिद्ध व पुरस्कार घोषित अपराधी सत्यपाल सिंह उर्फ भोला सिंह जनपद गोरखपुर के थाना कैण्ट क्षेत्र में पुराने रेलवे चौकी तिराहे की तरफ गया है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान से सत्यपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
2002 में किया था धर्मेंद्र सिंह की हत्या अभियुक्त सत्यपाल सिंह उर्फ भोला सिंह ने अपने साथियों के साथ 30 मार्च 2002 को धर्मेन्द्र सिंह निवासी-खानिमपुर, थाना गीडा जनपद-गोरखपुर की हत्या कर दी थी। इस मामले में थाना-कैण्ट, जनपद गोरखपुर में मामला पंजीकृत हुआ था।
हाईकोर्ट ने बरकरार रखा उम्र कैद की सजा इस मामले में न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश गोरखपुर द्वारा सत्यपाल सिंह उर्फ भोला सिंह पुत्र महिपाल सिंह उपरोक्त को साथियों के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा उक्त आजीवन कारावास की सजा को बरकरार रखा गया था। गिरफ्तार अभियुक्त उसी समय से फरार चल रहा था।
फरारी में नेपाल बना लिया था ठिकाना गिरफ्तारी से बचने के लिये सत्यपाल सिंह उर्फ भोला सिंह नेपाल में रह रहा था तथा बीच-बीच में गोरखपुर आता जाता रहता था। वह धमकी देने समेत कई अन्य मामलों में भी वांछित था।गिरफ्तार अपराधी सत्यपाल सिंह उर्फ भोला सिंह के खिलाफ थाना कैण्ट जनपद गोरखपुर में मुकदमा दाखिल किया गया है। अभियुक्त के खिलाफ आगे की कार्यवाही थाना कैण्ट जनपद गोरखपुर द्वारा जारी है।