जानिए कैसे हुई धोखाधड़ी, बेटी के एडमिशन के नाम पर हुई फरार
जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की कृष्णगंज थाना क्षेत्र के दिगंबरपुर की रहने वाली रूपा विश्वास अपने पति दिनेश चंद और बेटी के साथ देवराड़तुला गांव में कई वर्षों से किराए के मकान में रह रही थीं। रूपा ने गांव की महिलाओं को भरोसे में लेकर माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से समूह लोन दिलवाया।
लोन की रकम मिलने के बाद धोखाधड़ी
लोन की रकम मिलने के बाद, रूपा ने धोखाधड़ी से पैसे निकाल लिए। जब महिलाओं को इस फर्जीवाड़े का पता चला और उन्होंने रूपा से जवाब मांगा, तो उसने बहाना बनाया कि उसकी बेटी का डॉक्टरी में दाखिला होना है और जल्द ही वह पैसे वापस कर देगी। इसके बाद वह परिवार सहित घर में ताला लगाकर फरार हो गई
बकाया राशि न मिलने पर SSP से हुई थी शिकायत
बैंक कर्मियों द्वारा बकाया राशि मांगने पर परेशान महिलाओं ने एसएसपी से शिकायत की और प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए रूपा को गिरफ्तार कर लिया। इस धोखाधड़ी के कारण महिलाओं पर कर्ज चुकाने का भारी दबाव है।हरपुर-बुदहट पुलिस ने रूपा और उनके पति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है, ताकि महिलाओं के पैसे वापस कराए जा सकें।