गोरखपुर में AI टेक्नोलॉजी और ड्रोन से चकबंदी का कराया जा रहा सर्वे
पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन और रोवर सर्वे जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर चकबंदी की जा रही। उत्तर प्रदेश में अब 25 जिलों के 515 गांवों में चकबंदी की कार्यवाही शुरू हो गई है। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन और रोवर सर्वे जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर चकबंदी की जा रही है।
गोरखपुर में AI टेक्नोलॉजी और ड्रोन से चकबंदी का कराया जा रहा सर्वे
Gorakhpur news : AI टेक्नोलॉजी के जरिए और ड्रोन की मदद से गांवों में चकबंदी शुरू, पहली बार आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन और रोवर सर्वे जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन के निर्देश पर गोरखपुर जनपद में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के आदेश पर एसओसी एसके शुक्ला के देख रेख में चकबंदी अधिकारी विनोद जैसल सहायक चकबंदी अधिकारी राकेश चंद्र लेखपाल अविनाश के मौजूदगी में ड्रोन पायलट (हैदराबाद) गंगाधर बैजनाथपुर ग्राम में पहुंचकर ड्रोन सर्वे चकबंदी प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया है इससेपूर्व में शिकायतें आ रही थी कि लेखपाल द्वारा जरीब को इधर-उधर कर दिया इन सभी शिकायतों को दूर करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एआई टेक्नोलॉजी के जरिए रोवर्स ड्रोन की मदद से चकबंदी करने का निर्णय लिया जिसके अनुपालन में बैजनाथपुर गांव में चकबंदी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन और रोवर सर्वे जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर चकबंदी की जा रही। उत्तर प्रदेश में अब 25 जिलों के 515 गांवों में चकबंदी की कार्यवाही शुरू हो गई है। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन और रोवर सर्वे जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर चकबंदी की जा रही है।उत्तर प्रदेश जोत चकबंदी अधिनियम-1953 के तहत जोतों के संहतीकरण एवं नवीन अधिकार अभिलेख निर्माण की प्रक्रिया लगातार जारी है।
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