स्थानीय बड़हलगंज थाना और प्रशासन की निष्क्रियता शनिवार को दक्षिणांचल के बड़हलगंज में दोहरीघाट-बड़हलगंज पुल के पास एक ट्रक खराब हो जाने की वजह से पटना चौराहे पर भीषण जाम लग गया। स्थानीय प्रशासन ने खराब ट्रक को सड़क से हटाने से प्रयास नहीं किया, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार दोपहर 3:00 बजे से रविवार की देर शाम तक 30 घंटे जाम लगा रहा। जो जाम में फंस गया उसको आगे बढ़ना मुश्किल हो गया। गाड़ियां सड़क पर रेंग भी नही पा रही थीं।
भीषण जाम की सूचना विधायक ने मुख्यालय को दी सोशल मीडिया पर जाम का वीडियो वायरल होने के बाद चिल्लू पार के विधायक राजेश त्रिपाठी ने जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश और एसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर से संपर्क किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे वाला अधिकारियों ने आनन-फ़ानन में ट्रक को वहां से हटवाया और रास्ते को चालू कराया।
मुहूर्त बाद पहुंचे दूल्हे, विवाह बाद पहुंचे बराती दक्षिणांचल के ग्रामीण इलाके कस्बा बड़हलगंज और दोहरीघाट पुल से लेकर पटना चौराहे तक लगे जाम की वजह से मऊ और आजमगढ़ जाने वाली बारात और बारातियों की और भी सांसत हो गई। जैसे-तैसे लग्न का समय बीतने के बाद दूल्हे मंडप में पहुंच सके। वही जब तक बारात वधू पक्ष के दरवाजे तक पहुंची तब तक विवाह की रस्में पूरी हो चुकी थी।
DM, SSP मुख्यालय से 60 किमी दूर पहुंच खुलवाए जाम मामला मुख्यालय तक पहुंचा तो DM कृष्णा करुणेश, SSP गौरव ग्रोवर बड़हलगंज पहुंचे और जब आला अधिकारियों ने कमान संभाली तो 1 घंटे में जाम को दूर किया जा सका। इस दौरान डीएम और एसपी को जाम खुलवाने के लिए मऊ और आजमगढ़ के आला अधिकारियों से भी बात करनी पड़ी। वाहनों की नो एंट्री करने के साथ रूट को मेंटेन किया गया और कई थानों की पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस को लगाकर यातायात को शुरू कराया गया।
सरयू नदी होने से लोग स्टीमर बुक कराकर आगे पहुंचे जाम में फंसे दूल्हे और बारातियों ने ऐसी बुरी स्थिति को देखते हुए अपनी गाड़ियां जाम में ही छोड़ दी और पैदल सरयू घाट पर पहुंच गए। इसके बाद स्टीमर बुक करके नदी पार कर शादी में पहुंच सके। बरातियों ने पैदल कइयों किमी राह तय कर विवाह स्थलों तक पहुंचे। सरयू नदी के किनारों से सटे इलाकों में लोगों से स्टीमर वालों ने भी मुंहमांगी रकम मांगी। फिलहाल इस जाम के जिम्मेदार स्थानीय थाना और प्रशासन है। ड्यूटी पर तैनात दारोगा और सिपाही गाड़ियों पर कोई नजर ही नहीं रखते। जाम लगने पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी बता कर जिम्मेदारी से पलड़ा झाड़ लेते हैं। यह लापरवाही जनता को भुगतनी पड़ती है।