महिला ने SSP को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है, 3 अगस्त की रात लगभग 11 बजे, महिला अपने दो साल के बेटे के साथ घर में सोई हुई थी। इसी दौरान एक युवक उसके घर में घुस आया और जोर-जबरदस्ती करने लगा। जब महिला ने उसका विरोध किया और शोर मचाने की कोशिश की, तो युवक ने उसके गले पर चाकू रख दिया।
चाकू की नोक पर किया बलात्कार
पीड़िता का कहना है कि चाकू की नोक पर धमकाते हुए युवक ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और फिर दुष्कर्म किया। घटना के बाद, आरोपी ने महिला को वहीं छोड़ दिया और भाग गया। किसी तरह अपने बंधे हुए हाथ-पैर खोलने के बाद, महिला तुरंत आरोपी के घर शिकायत करने पहुंची, लेकिन वहां उसे गालियां देकर और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया गया।
पीपीगंज थाने से पीड़िता को भगाया
महिला का आरोप है कि घटना के अगले दिन, पीड़िता अपनी शिकायत लेकर स्थानीय थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। महिला का कहना है कि पुलिस ने उसकी तहरीर को फाड़ दिया और कोई कार्रवाई नहीं की।
पहले भी किया था छेड़खानी, SSP से गुहार लगाई
पीड़िता के पति घर से बाहर रहते हैं और पेंट पॉलिश का काम करते हैं। महिला अपने दो साल के बेटे के साथ अकेली रहती है। इस घटना ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत प्रभावित किया है।उसने पहले भी युवक के खिलाफ जोर-जबरदस्ती की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। अब, इस घटना के बाद, महिला ने SSP को प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।