दरअसल, पीड़िता किशोरी का गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र में ननिहाल है। किशोरी के पिता गोरखपुर में ही रिक्ता चलाते हैं। यह परिवार कुशीनगर जिले के एक गांव का रहने वाला है। बीते साल 2018 के मई महीना में किशोरी गोरखपुर अपने मामा के घर आई थी। किशोरी का मामा राजाराम हरियाणा रहता है।
किशोरी को हरियाणा घूमाने के बहाने मामा राजाराम उसे अपने साथ ले गया। आरोप है कि हरियाणा में किशोरी को राजाराम अपने पास रखा लेकिन कुछ दिनों बाद उसे हिसार के सूदपारा के रहने वाले राजेंद्र पुनिया जिसकी उम्र 55 साल बतायी जा रही है, को बेच दिया। डेढ़ लाख रुपये लेकर राजाराम ने किशोरी को राजेंद्र पुनिया के हवाले कर दिया। पीड़िता के अनुसार छह माह तक वह लगातार उसका शोषण करता रहा। किशोरी ने जब बताया कि वह पेट से है तो राजेंद्र पुनिया के होश उड़ गए। वह एक दिन उसे हिसार स्टेशन पर छोड़कर कहीं फरार हो गया।
पीड़िता के अनुसार वह किसी तरह घर पहुंची। यहां पहुंचने पर माता पिता से आपबीती बताई। परिजन ने लोकलाज के डर से शिकायत करना उचित नहीं समझा। लेकिन बच्चा होने के बाद पीड़ित परिवार ने शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय पर शिकायती पत्र दिया। यहां से अधिकारियों को आदेशित किया गया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी, रेप, पाक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया।