बीते 9 मई को DIG गोरखपुर रेंज आनंद कुलकर्णी ने DPR, ड्राइंग और डिजाइन को प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति के लिए शासन में भेज दिया है। उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के साथ ही शासन से स्वीकृति मिल जाएगी।
अभी अस्थाई बिल्डिंग में चल रहा साइबर थाना
फिलहाल गोरखपुर में साइबर अपराध थाना अस्थायी भवन में चल रहा है, लेकिन इसके लिए अलग से प्रशासकीय भवन समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की योजना है। साइबर थाने के नए पद भी सृजित किए गए हैं।
यहां ट्रेनिंग ले चुके 5 इंस्पेक्टर, 5 सब इंस्पेक्टर समेत 25 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। भवन की ड्राइंग, डिजाइन को स्वीकृति मिलने के साथ ही इसी डिजाइन पर सूबे के अन्य जिलों में साइबर अपराध थाने का निर्माण करने की है।
राजकीय निर्माण निगम गोरखपुर इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह ने बताया, साइबर क्राइम थाना का भवन ग्राउंड प्लस वन बनेगा। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के साथ 50 लोगों की क्षमता का सेप्टिक एवं सोकपिट टैंक बनाया जाएगा।
बोरिंग के साथ सबमर्सिबल पम्प, वॉटर सप्लाई, प्रवेश द्वार के साथ चाहरदीवारी और इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट आटोमेटिक ब्रांच एक्सचेंज (EPABC) का निर्माण होगा। लोकल एरिया नेटवर्क, डीजी सेट, स्ट्रीट लाइट की सुविधा भी रहेगी। साथ ही 8 बड़ी गाड़ियों के साथ दो पहिया वाहनों की पार्किंग का इंतजाम भी होगा।