18 मई 2011 को तत्कालीन बसपा सरकार में गोरखपुर चिड़ियाघर का शिलान्यास हुआ था। सपा सरकार में यह प्रोजेक्ट पूरी तरह उपेक्षित रहा। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) से ले आउट अनुमोदित कराने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कराने से लेकर पूर्ण करने और बाड़ों को वन्यजीवों से आबाद करने का कार्य किया।