सिक्याेरिटी गार्ड बचाने पहुंचे तो उनके ऊपर भी हमलावर हो गए और पथराव कर दिया। मारपीट में दोनों पक्ष के पांच लोगों के घायल होने की सूचना है। एम्स के डाक्टर, गार्ड व मेडिकल छात्र का एम्स की इमरजेंसी में उपचार चल रहा है। एम्स थाना पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है।
बुधवार की रात में 10:30 बजे के एम्स के दो जूनियर डाक्टर कार से सिंघड़िया की ओर गए थे। लौटते समय एक बाइक पर सवार दो दवा विक्रेता से टक्कर हो गई। इसी बात पर विवाद हो गया। राहगीरों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया।
कार सवार डाक्टर एम्स की ओर बढ़े तो बाइक सवारों ने पीछा किया और अपने साथियों को बुलाकर एम्स के गेट नंबर तीन पर रोक लिया। डाक्टर को कार से निकालकर पीट दिया।मारपीट होता देख गार्ड पहुंचे और बीच-बचाव कर डाक्टर को कार समेत परिसर में ले आए।
इसी बीच अंदर से 15-20 की संख्या में मेडिकल छात्र भी आ गए। आरोप है कि बाइक सवार युवक व उनके साथियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें एक गार्ड का सिर फट गया और अफरातफरी मच गई। घटना की वजह से गोरखपुर-देवरिया हाईवे पर एक लेन में वाहनों का आवागमन 20 मिनट तक ठप रहा।
चर्चा है कि दवा के कमीशन को लेकर डाक्टर व दवा विक्रेताओं में पहले से तकरार चल रही है। हादसे के बाद यह विवाद बढ़ गया और दोनों पक्ष में मारपीट हो गई। एएसपी/सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि एम्स के गेट नंबर तीन पर मारपीट होने की सूचना मिली है। सीसी कैमरा फुटेज की मदद से मारपीट करने वालों की पहचान कराई जा रही है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
एम्स गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक व मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रो. गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि जूनियर डाक्टर से विवाद के बाद गार्ड को पीटा गया है। उसकी हालत खराब है। मैं खुद इमरजेंसी में देखकर आया हूं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया जा रहा है। स्पीड ब्रेकर बनाना जरूरी है। इसके लिए कई बार एम्स प्रशासन ने पत्र लिखा है। परिसर की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी। जिसने भी इस तरह का कृत्य किया है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।