विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर होगी चर्चा
उल्लेखनीय है कि तीन दिनों तक आयोजित होने वाले अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सहभागी होने वाले प्रतिनिधि शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर चर्चा करेंगे। साथ ही संगठनात्मक, रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक विषयों तथा लक्ष्यों का निर्धारण करने हेतु मंथन करेंगे। विद्यार्थी परिषद् को भारत की युवाशक्ति के प्रतिनिधि संगठन होने के नाते इस दायित्व का बोध भी है की भारत के समसामयिक मुद्दों और चुनौतियों के समाधान में युवाओ की भूमिका क्या होगी, यह तय किया जाये। इस हेतु को ध्यान में रखते हुए, अभाविप का 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है।
RSS के गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने आधुनिकता के साथ अपनी मूल जड़ों से भी विद्यार्थी परिचित रहें तथा भारत की एक राष्ट्र के रूप में सतत् प्रवाहमान यात्रा के स्वरूप को समझ सकें, इसके लिए अधिवेशन में विभिन्न प्रयास करने की योजना बनाई है। गुरु गोरक्षनाथ की पावन धरा पर आयोजित हो रहे अभाविप का 70 वां राष्ट्रीय अधिवेशन ऐतिहासिक रूप से अत्यंत ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है, जहाँ एक ओर गोरखपुर धर्म और संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है वही ऐसे महत्वपूर्ण केंद्र पर समूचे देश से आने वाली छात्रशक्ति का संगम भारत की अनेकता में एकता के भाव को प्रदर्शित करेगी।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर प्रांत संघचालक डॉ. महेंद्र अग्रवाल, भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, विधायक विपिन सिंह एवं प्रदीप शुक्ल, क्षेत्रीय मंत्री जनार्दन तिवारी, डॉ प्रदीप राव, भाजपा गोरखपुर जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, देवरिया जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, कुशीनगर जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, देवरिया सदर पूर्व विधायक सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी, विश्वविद्यालय मुख्य नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद,प्रो. विनोद सिंह, प्रो. अजय शुक्ला, प्रो, श्रीवर्धन पाठक, प्रो. शरद मिश्र, प्रो. विनय सिंह, डॉ शैलेश सिंह, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. दीपेंद्र मोहन सिंह सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।