Gonda News:
गोंडा जिले के परसपुर थाना के गांव मेहरबान पुरवा अभई गांव के रहने वाले सीताराम गौतम का पूरा परिवार 28/ 29 सितंबर की रात घर में सो रहा था। जबकि उसकी बहू छत पर लेटी थी। आधी रात को बहू ने मासूम को सेफ्टी टैंक में फेंक दिया। उसके बाद छत से नीचे उतर कर आई परिवार के लोगों को बताया कि शगुन मैं सो गई थी। वह गायब हो गई। उसे कोई जंगली जानवर उठा ले गया। मृतका की दादी ने बताया कि जब बहू ने यह बताया तब उसने भी उठकर तलाश शुरू की। दादी के मुताबिक घर के बाहर की लाइट और पीछे की लाइट कभी रात में बुझती नहीं थी। जब मैं उठी तो देखा कि पूरा अंधियारा है। सेफ्टी टैंक पर पटरा रखा था। वह भी हटाया गया था। बहू की साड़ी जो कुर्सी पर रखी थी। वह घर के पीछे पड़ी थी। हम लोगों ने रात में बहुत खोजबीन किया। सेफ्टी टैंक में भी देखा गया। लेकिन पानी अधिक होने के कारण कुछ पता नहीं चल सका। परिवार के लोगों की सूचना पर वन विभाग पुलिस फॉरेंसिक, डॉग स्क्वायड टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल किया। बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा। सुबह पुलिस ने जब पंपिंग सेट लगाकर सेफ्टी टैंक से पानी निकला तो बच्ची का शव बरामद हुआ। इसके बाद से मासूम के हत्या होने की पुष्टि हो गई। पुलिस ने कई बिंदुओं पर जांच शुरू किया तो पूरे घटनाक्रम की पोल खुल गई।
पति से फोन पर विवाद होने के बाद मां ने मासूम को सेफ्टी टैंक में फेंका था
मृतका शगुन का पिता परदेस में रहकर मेहनत मजदूरी करता था। 28 /29 की रात मोबाइल पर बातचीत के दौरान पत्नी से विवाद हुआ। उसके बाद मां ने अपने आठ माह के मासूम बेटी को सेफ्टी टैंक में फेंक दिया। खुद को बचाने के लिए किसी जंगली जानवर के उठा ले जाने की अफवाह फैलाई। लेकिन मासूम की हत्या के मामले में वह पुलिस की निगाहों से बच नहीं सकी। इस संबंध में परसपुर के थानाध्यक्ष ने बताया कि पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया है। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।