Gonda news: डीएम को शिकायती पत्र देकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व मंडलीय मंत्री विनय कुमार शुक्ल ने कॉलेज के प्रधानाचार्य पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 6,7 और 8 के छात्रों से 190 रुपये प्रति छात्र वसूली की जा रही है। जबकि विभाग के तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के आदेश दिए थे। डीआईओएस ने जांच किया तो शिकायत की पुष्टि हो गई। बच्चों ने बताया कि उनसे पैसा लिया गया है। बच्चों ने यह भी बताया कि 190 रुपए लेने के बाद उन्हें 50 रुपये वापस कर दिए गए। इसके साथ ही स्कूल परिसर में बन रही दुकानों के निर्माण में भी वित्तीय अनियमितता की गड़बड़ी पाई गई है। प्रबंधक ने कॉलेज की परिसंपत्तियों को गिरवी रखकर उसे पर लोन ले लिया। यही नहीं दुकान आवंटन के नाम पर कई लोगों से एक-एक लाख रुपये लिए गए। जो भविष्य में किराए के रूप में समायोजित होना था।
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डीआईओएस की जांच रिपोर्ट में वित्तीयअनियमितता की हुई पुष्टि
डीआईओएस ने अपनी जांच रिपोर्ट में इसे वित्तीय अनियमितता करार दिया। डीआईओएस की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए डीएम नेहा शर्मा ने कॉलेज के प्रबंधक गंगा प्रसाद शुक्ल को बर्खास्त कर दिया है। उनके स्थान पर प्रबंध समिति के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार एसपी मिश्रा को कॉलेज का कार्यकारी प्रबंधक बनाया गया है। उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इसके साथ ही तैनाती का इंतजार कर रहे प्राचार्य अवध शरण मिश्र ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है।