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गोंडा जिले में स्वास्थ्य विभाग ने चार लाख घरों में कौन सा नमक लोग खा रहे हैं। इसकी जांच करेगा। दरअसल अगर आप आयोडीन युक्त नमक नहीं खा रहे हैं। तो इसका मतलब है कि आप गंभीर बीमारियों को दावत दे रहे हैं। नमक की जांच के लिए जिले के 3400 आशा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। इन्हें नमक टेस्टिंग किट दी गई है। इस किट के माध्यम से प्रतिमाह 50 घरों में जाकर इस बात की जांच करेगी, कि आप जो नमक खा रहे हैं। वह नमक आयोडीन युक्त है।
2 महीने का चलेगा विशेष अभियान
स्वास्थ्य विभाग इसके लिए आशा कार्यकर्ता के माध्यम से विशेष अभियान चलाने जा रहा है। इस अभियान के तहत 4 लाख घरों में नमक की जांच की जाएगी। जिला क्षय रोग अधिकारी जय गोविंद ने बताया कि आयोडीन की कमी से बच्चों, गर्भवती महिलाओं व अन्य व्यक्ति घेंघा, कुपोषण, अपंगता के अलावा अन्य बीमारियां हो सकती हैं। बिना आयोडीन युक्त नमक का सेवन करना मनुष्य की सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर नमक की जांच करेगी। इसके लिए उन्हें टेस्टिंग किट उपलब्ध करा दिया गया है।