उमाशंकर सिंह ने कहा है कि अफजाल अंसारी बसपा से चुने गए थे। सजा के बाद वो अब चुनाव नहीं लड़ सकते। अगर उनकी बेटी चुनाव लड़ना चाहती हैं तो पार्टी विचार करेगी। उमाशंकर ने कहा कि जब भी चुनाव होगा, अगर पार्टी को अफजाल की बेटी की एप्लीकेशन मिली तो उस पर निश्चित विचार होगा। मैं उनकी ओर से आवेदन आने से पहले तो नहीं कह सकता हूं कि पार्टी उनको लड़ाएगी।
अफजाल अंसारी बसपा के निशान पर गाजीपुर से जीते थे। हालांकि बीते कुछ समय से उनकी सपा से नदजीकी बढ़ गई थी। माना जा रहा था कि वो सपा में जा सकते हैं। इसी बीच गैंगेस्टर केस में फैसला आया और उनको सजा हो गई। अफजाल अंसारी गाजीपुर के सीनियर राजनेताओं में गिने जाते हैं। करीब 40 साल के राजनीतिक करियर में वो 5 बार MLA और 2 बार सांसद रहे हैं।