बड़ी खबर: इस सपा संस्थापक ने किया बड़ा खुलासा, कहा- अखिलेश यादव की वजह से घुट-घुटकर जी रहे मुलायम सिंह यादव जानकारी के अनुसार, यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा है। नेपाल से लाकर इन सभी लड़कियों को खाड़ी देशों में भेजा जाता था। पुलिस ने फ्लैट से इन सभी 28 नेपाली लड़कियों को बरामद किया है। इसके साथ ही 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति नेपाल के काठमांडू का रहने वाला है, जो कि इन सभी लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर यहां लाया था। गाजियाबाद एसएसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि 2 से 3 महीने पहले इन सभी लड़कियों को यहां लाया गया था और बंद कर रखा गया था । उन्होंने बताया कि अभी तक की शुरुआती जांच के अनुसार एक व्यक्ति जो मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है और उसको पर लड़की लाने के लिए 5 हजार रुपये दिया जाते थे। उसी के द्वारा नौकरी के नाम पर लाई गई इन लड़कियों को खाड़ी देशों भी भेजा जाता था।
विश्वासपात्र सहेली ने दिया ऐसा धोखा कि छात्रा की जिंदगी में आ गया भूचाल गाजियाबाद पुलिस ने अभी तक 5 लोगों को इस पूरे प्रकरण में हिरासत में लिया है, जिनमें केदारनाथ मुख्य आरोपी है। केदारनाथ ने बताया कि ये सभी लड़कियां अपनी मर्जी से यहां आई हुई थी। इनको वह नौकरी दिलाने के नाम पर लेकर आया था। केदार ने खुद बताया कि बीते डेढ़ से 2 महीने से इन सभी युवतियों को उसने रखा हुआ था। इसके लिए उसे प्रति युवती 4 से 5 हजार रुपये मिलते थे।
Exclusive Interview स्विंग के किंग प्रवीण कुमार का चौंकाने वाला खुलासा, कहा- इसलिए क्रिकेट से लिया संन्यास वहीं एक नेपाली लड़की ने बताया कि नौकरी के नाम पर उन सभी को यहां एक फ्लैट में बंदकर रखा जाता था। यहां सिर्फ दो टाइम खाना उनको दिया जाता था। इसके साथ ही फ्लैट को बाहर से ताला लगाकर रखा जाता था। आरोपियों ने उनको बीते 2 महीने से फ्लैट में बंद करके रखा हुआ था। मौका मिलते ही वह यहां से भागकर दिल्ली अपने चचेरे भाई के पास पहुंची और सारे घटनाक्रम के बारे में बताया। फिलहाल दिल्ली और गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त छापेमारी के बाद मानव तस्करी के एक बड़े रैकेट भंडाफोड़ हुआ है। हालांकि इसके पीछे और किन-किन लोगों का हाथ है। इसका खुलासा अभी गाजियाबाद पुलिस को करना बाकी है।