गाजियाबाद की शंकर विहार कॉलोनी के रहने वाले प्रवीण शर्मा एक दिसम्बर को कार लेकर घर से निकले थे लेकिन वापस नहीं लौटे। कुछ देर बाद उनका फोन भी बंद हाे गया। काफी तलाश करने के बाद भी जब व्यापारी नहीं मिला, तो गत 13 जनवरी को व्यापारी की पत्नी ज्योति ने मुरादनगर थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी।
इस मामले कि जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो कई चौकाने वाली बात सामने आई। उन्होंने बताया कि सर्विलांस टीम ने गुरुवार सुबह व्यापारी को पुलिस ने कार सहित यूपी बार्डर से बरामद कर लिया। पूछताछ में व्यापारी ने बताया कि गाजियाबाद के तुराबनगर में खोली गई दुकान में घाटा हो गया था और पुत्र को गंभीर बीमारी के चलते चार लाख रुपये का कर्जा हो गया था। पिता से कहा था कि वो किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर मुझे पैसे दे दें लेकिन उन्होने मना कर दिया। इस बात से नाराज होकर वह कार लेकर घर से चला गया था। व्यापारी प्रवीण शर्मा ने बताया कि लापता होने के बाद वह यूपी बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल हो गया था। व्यापारी को सकुशल पाकर पुलिस व परिजनों ने राहत की सांस ली है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी थाना कवि नगर इलाके में रहने वाले दो ग्रॉसरी व्यापारी संदिग्ध परिस्थितियों में इसी तरह लापता हुए थे और दोनों ही कर्ज से परेशान होकर खुद ही घर से गए थे। उन्हें भी पुलिस ने बरामद कर लिया था. हालांकि थाना सिहानी गेट इलाके की राज नगर एक्सटेंशन कॉलोनी में रहने वाले एक बिल्डर का कई महीने बीतने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं लगा पाई है।