2009 में राजनीति में रखा था कदम बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने वर्ष 2009 में राजनीति में कदम रखा था। उस समय उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थामा था। इसके पीछे राज्यसभा सांसद अमर सिंह का हाथ बताया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने लखनऊ से चुनाव लड़ने का तक का ऐलान कर दिया था। जबकि संजय दत्त के परिवार की कांग्रेस से खासी करीबी है। उनके पिता सुनील दत्त और बहन प्रिया दत्त कांग्रेस के पुराने नेता रहे हैं। हालांकि, संजू बाबा चुनाव नहीं लड़ पाए और उन्हें पार्टी का महासचिव बना दिया गया था। उन्होंने सपा के समर्थन में रैलियां भी की थीं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ उन्होंने आपत्तिजनक बयान भी दिया था। इसको लेकर बाद में उन्होंने माफी मांगी थी।
गाजियाबाद से टिकट देने की चर्चा सपा से अमर सिंह के बाहर होने के बाद संजय दत्त ने भी पार्टी से संबंध विच्छेद कर लिए थे। अब फिर से चर्चा चल रही है कि वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पार्टी उन्हें गाजियाबाद से टिकट दे सकती है। इसकी वजह यह है कि गाजियाबाद में पार्टी ऐसा चेहरा ढूंढ रही है, जो केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को टक्कर दे सके। फिलहाल गाजियाबाद से सुरेंद्र कुमार मुन्नी और मदन चौहान टिकट की रेस में हैं लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी यहां से पैराशूट कैंडिडेंट उतार सकती है। वहीं, गाजियाबाद से शत्रुघ्न सिन्हा को भी टिकट दिए जाने की चर्चा चल रही है। शुत्रघ्न वैसे भी भाजपा से बगावत कर चुके हैं और कई दलों के पाले मे देखे जा चुके हैं। इस बारे में सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी का कहना है कि यह सब चर्चा हैं। यहां से स्थानीय उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा।
11 अप्रैल को होगा प्रथम चरण का मतदान आपको बता दें कि गाजियाबाद में प्रथम चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा। भाजपा की तरफ से यहां से केंद्रीय मंत्री वीके सिंह चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। कांग्रेस ने भी अपनी दो सूचियां जारी कर दी हैं लेकिन अभी उनमें गाजियाबाद का नाम नहीं है। माना जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही यहां से उम्मीदवार का ऐलान करेगी। जबकि गठबंधन की तरफ से यह सीट सपा के खाते में गई है।